वाक्य शुद्धि की परिभाषा और प्रकार

वाक्य शुद्धि की परिभाषा और प्रकार

वाक्य शुद्धि की परिभाषा और प्रकार [वाक्य शुद्धि PDF, वाक्य शुद्धि प्रश्न, वाक्य शुद्धि के उदाहरण, वाक्य शुद्धि प्रश्न PDF, वाक्य शुद्धि Quiz, वाक्य शुद्धि MCQ, वाक्य शुद्धि के नियम, वर्तनी एवं वाक्य शुद्धि] परिभाषा व्याकरण के नियमानुसार वाक्य में आई अशुद्धि को दूर कर उसे पुनः शुद्ध रूप में लिखना ही वाक्य शुद्धि कहलाता है | वाक्य शुद्धि के प्रकार…

वाक्य रचना की परिभाषा और प्रकार

वाक्य रचना की परिभाषा  शब्दो का ऐसा सार्थक एव क्रमबद्ध समूह जिसके द्वारा बोलने वाले और लिखने वाले दोनों का मन्तव्य प्रकट हो जाये उसे वाक्य कहते है। रचना के आधार पर वाक्य तीन प्रकार के होते है 1 सरल व साधारण वाक्य 2 संयुक्त वाक्य 3 मिश्रित वाक्य 1 सरल व साधारण वाक्य  जिस…

पक्ष की परिभाषा और प्रकार ( भेद ) वाच्य की परिभाषा और प्रकार ( भेद )

1.पक्ष की परिभाषा क्रिया के जिस रूप से क्रिया प्रक्रिया अर्थात क्रिया व्यापार का बोध होता है ,उसे क्रिया का पक्ष कहते हैं ! यह क्रिया- व्यापार दो दृष्टियों से देखा जा सकता है ! पहली दृष्टि से हम देखते हैं कि क्रिया की प्रक्रिया आरंभ होने वाली है अथवा आरंभ हो चुकी है, अथवा…

वृति की परिभाषा और प्रकार ( भेद ) | Vruti Ki Paribhasha Or Prakar ( Best )

वृति की परिभाषा और प्रकार ( भेद ) | Vruti Ki Paribhasha Or Prakar ( Best )

वृति की परिभाषा और प्रकार ( भेद ) | Vruti ki Paribhasha or prakar [हमारी वृत्ति किस प्रकार की होनी चाहिए, वृत्ति का मतलब, पंच वृत्ति क्या है, वृत्ति का अर्थ in English, वृत्ति क्रिया के किस अर्थ का बोध कराती है, चित्त वृत्ति के प्रकार, भारती वृत्ति का संबंध किस रस से है, वृत्ति को चौदह प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है] ->आदत, स्वभाव और व्यवहार तीनों जब…

( Best ) काल की परिभाषा और भेद

काल की परिभाषा और भेद काल की परिभाषा  क्रिया के जिस रूप से कार्य करने या होने के समय का ज्ञान होता है उसे ‘काल’ कहते है। अर्थात, क्रिया के उस रूपान्तर को काल कहते है, जिससे उसके कार्य-व्यापर का समय और उसकी पूर्ण अथवा अपूर्ण अवस्था का बोध हो। जैसे- (1)बच्चे खेल रहे हैं।…

पुरुष की परिभाषा और प्रकार For राजस्थान SI Praparationउत्तम पुरुष,मध्यम पुरुष,अन्य पुरुष

पुरुष की परिभाषा और प्रकार पुरुष की परिभाषा: वे व्यक्ति जो संवाद के समय भागीदार होते हैं, उन्हें पुरुष कहा जाता है। जैसे: मेरा नाम सचिन है। इस वाक्य में वक्ता(सचिन) अपने बारे में बता रहा है। वह इस संवाद में भागीदार है एवं श्रोता भी। पुरुष के प्रकार  हिन्दी में तीन पुरुष होते हैं-…

वचन Vachan की परिभाषा ,प्रकार ( भेद ) और उदहारण ( Best )

वचन की परिभाषा ,प्रकार ( भेद ) और उदहारण ( Vachan ki Paribhasha, Prakar Or Udaharan ) शब्द के जिस रूप से संज्ञा की संख्या का बोध होता है, वचन कहलाता है। अर्थात व्याकरण में ‘वचन’ संख्या का बोध कराता है। जैसे – बच्चा गाता है। बच्चे गाते हैं। पहले वाक्य से यह स्पष्ट होता…

लिंग की परिभाषा , प्रकार और उदहारण

लिंग की परिभाषा ( Ling Ki Paribhasha Or Prakar and examples ) लिंग संस्कृत का एक शब्द है जिसका अर्थ निशान होता है जिस संज्ञा शब्द से व्यक्ति की जाति का पता चलता है उसे लिंग कहते हैं। अर्थात संज्ञा का वह रूप जिससे हमें किसी भी व्यक्ति, जीव, या वस्तु आदि की जाति पता…

( Best ) परसर्ग किसे कहते है ? कारक के प्रकार

परसर्ग किसे कहते है ? कारक के प्रकार परसर्ग की परिभाषा   व्याकरण में वे अक्षर जो किसी धातु या मूल शब्द के अंत में लगकर उसके अर्थ में कोई विशेषता लाते हैं वह शब्‍द जो किसी शब्‍द के बाद जोड़ा जाय, उसे परसर्ग कहते हैं। परसर्ग शब्द संज्ञा के साथ अलग लिखे जाते हैं जिन्हें विश्लिष्ट…

( Best )शब्द शुद्धि के कारण और उदहारण

शब्द शुद्धि | Shabda Shudhhi ke karan Or Udaharan [lwptoc] शब्द शुद्धि Shbda Shudhhi भाषा में शुद्ध उच्चारण के साथ शुद्ध वर्तनी का भी महत्त्व होता है। अशुद्ध वर्तनी से भाषा का सौन्दर्य तो नष्ट होता ही है, कहीं कहीं तो अर्थ का अनर्थ हो जाता है। *हिन्दी मेँ अशुद्धियोँ के विविध प्रकार 1. भाषा…