समानार्थी शब्दों का विवेक परिभाषा ,प्रकार और उदहारण
समानार्थी शब्दों का विवेक ( samanarthiSabdo ka vivek )
[lwptoc]
समानार्थी शब्दों की परिभाषा ( Samanarthi Sabdo Ki pribhasha )
समान अर्थ रखने वाले शब्द पर्यायवाची शब्द कहते हैं. चूँकि इनके अर्थ में समानता अवश्य रहती हैं. परंतु इनका प्रयोग विभिन्न प्रकार से हो सकता है.
जो शब्द समान अर्थ के करण दुसरे शब्द का स्थान गृहण कर लेते है , वे पर्यायवाची शब्द कहलाते है … इसी कारण से इन्हें समानार्थी शब्दों के नाम से भी जाना जाता है।
पर्यायवाची शब्द को समानार्थी शब्द भी कहते हैं। समानार्थी अर्थात वह शब्द जो समान अर्थ देने वाला हो। हिंदी साहित्य में समानार्थी शब्दों का विशेष प्रयोग किया जाता है। शब्दों को सुसज्जित अलंकृत करने के लिए समानार्थी शब्दों का जगह-जगह प्रयोग देखने को मिल जाता है। जिस प्रकार आंख शब्द साधारण लगता है , वही नयन शब्द अलंकृत लगता है। ठीक इसी प्रकार अनेकों – अनेक शब्द हिंदी साहित्य में प्रयोग किए जाते हैं।
समानार्थी शब्दों के प्रकार ( samanarthi Sabdo ke Prakar )
- पूर्ण – वाक्य में यदि एक शब्द के स्थान पर दूसरे शब्द को रखा जाए उसके अर्थ में कोई अंतर न पड़ता हो, तो वह शब्द उसका पूर्ण पर्याय कहलाता है.
- पूर्णापूर्ण – दूसरे शब्दों में जब एक प्रसंग का समानार्थी शब्द दूसरे प्रसंग में असमानता अर्थ का बोध स्पष्ट करता हो तो उस शब्द को पूर्णापूर्ण पर्याय कहते हैं.
- अपूर्ण – कोई भी व्यक्ति शब्दों के अर्थ की छाया बदल-बदल कर अपने-अपने ढंग से प्रयोग करता है और उसके विषय की व्यापकता के परिपेक्ष्य में उसी शब्दों का प्रयोग नये में अर्थ में होने लगता हो, उस शब्द को अपूर्ण पर्याय कहते हैं.
समानार्थी शब्दों के उदहारण ( Samanarthi Sabdo Ke Example )
- अहंकार- दंभ, गर्व, अभिमान, दर्प, मद, घमंड।
- अमृत- सुधा, अमिय, पीयूष, सोम, मधु, अमी।
- असुर- दैत्य, दानव, राक्षस, निशाचर, रजनीचर, दनुज, रात्रिचर।
- अतिथि- मेहमान, अभ्यागत, आगन्तुक, पाहूना।
- अनुपम- अपूर्व, अतुल, अनोखा, अदभुत, अनन्य।
- अर्थ- धन्, द्रव्य, मुद्रा, दौलत, वित्त, पैसा।
- अश्व- हय, तुरंग, बाजी, घोड़ा, घोटक।
- अंधकार- तम, तिमिर, तमिस्र, अँधेरा।
- आम- रसाल, आम्र, सौरभ, मादक, अमृतफल, सहुकार।
- आग- अग्नि, अनल, हुतासन, पावक, दहन, ज्वलन, धूमकेतु, कृशानु, वहनि, शिखी, वह्नि।
- आँख- लोचन, नयन, नेत्र, चक्षु, दृग, विलोचन, दृष्टि, अक्षि।
- आकाश- नभ, गगन, अम्बर, व्योम, अनन्त, आसमान, अंतरिक्ष, शून्य, अर्श।
- आनंद- हर्ष, सुख, आमोद, मोद, प्रमोद, उल्लास।
- आश्रम- कुटी, विहार, मठ, संघ, अखाडा।
- आंसू- नेत्रजल, नयनजल, चक्षुजल, अश्रु।
- आत्मा- जीव, देव, चैतन्य, चेतनतत्तव, अंतःकरण।
- इच्छा- अभिलाषा, अभिप्राय, चाह, कामना, लालसा, मनोरथ, आकांक्षा, अभीष्ट।
- इन्द्र- सुरेश, सुरेन्द्र, देवेन्द्र, सुरपति, शक्र, पुरंदर, देवराज।
- ईश्वर- परमात्मा, प्रभु, ईश, जगदीश, भगवान, परमेश्वर, जगदीश्वर, विधाता।
- ओंठ- ओष्ठ, अधर, होठ।
- कमल- नलिन, अरविन्द, उत्पल, राजीव, पद्म, पंकज, नीरज, सरोज, जलज, जलजात।
- कृपा- प्रसाद, करुणा, दया, अनुग्रह।
- किताब- पोथी, ग्रन्थ, पुस्तक।
- कपड़ा- चीर, वसन, पट, अंशु, कर, मयुख, वस्त्र, अम्बर, परिधान।
- किरण- ज्योति, प्रभा, रश्मि, दीप्ति, मरीचि।
- किसान- कृषक, भूमिपुत्र, हलधर, खेतिहर, अन्नदाता।
- कृष्ण- राधापति, घनश्याम, वासुदेव, माधव, मोहन, केशव, गोविन्द, गिरधारी।
- कान- कर्ण, श्रुति, श्रुतिपटल।
- कोयल- कोकिला, पिक, काकपाली, बसंतदूत, सारिका, कुहुकिनी, वनप्रिया।
- क्रोध- रोष, कोप, अमर्ष, कोह, प्रतिघात।
- गज- हाथी, हस्ती, मतंग, कूम्भा, मदकल ।
- गाय- गौ, धेनु, सुरभि, भद्रा, रोहिणी।
- गंगा- देवनदी, मंदाकिनी, भगीरथी, विश्नुपगा, देवपगा, ध्रुवनंदा, सुरसरिता, देवनदी, जाह्नवी, त्रिपथगा।
- गणेश- विनायक, गजानन, गौरीनंदन, गणपति, गणनायक, शंकरसुवन, लम्बोदर, महाकाय।
- गृह- घर, सदन, गेह, भवन, धाम, निकेतन, निवास, आलय, आवास, निलय, मंदिर।
- गर्मी- ताप, ग्रीष्म, ऊष्मा, गरमी, निदाघ।
- घड़ा – कलश, घट, कुम्भ, गागर, निप, गगरी, कुट।
- घी – घृत, हवि, अमृतसार।
- घाटा – हानि, नुकसान, टोटा।
- घन – जलधर, वारिद, अंबुधर, बादल, मेघ, अम्बुद, पयोद, नीरद।।
- घृणा – जुगुप्सा, अरुचि, घिन, बीभत्स।
- घुमक्कड़ – रमता, सैलानी, पर्यटक, घुमन्तू, विचरण शील, यायावर।
- घिनौना – घृण्य, घृणास्पद, बीभत्स, गंदा, घृणित।
- घुमंतू – बंजारा, घुमक्कड़
- चंदन – मंगल्य, मलयज, श्रीखण्ड।
- चाँदी – रजत, रूपा, रौप्य, रूपक
- चरित्र – आचार, सदाचार, शील, आचरण।
- चिन्ता – फ़िक्र, सोच, ऊहापोह।
- चौकीदार – आरक्षी, पहरेदार, प्रहरी, गारद, गश्तकार।
- चोटी – शृंग, तुंग, शिखर, परकोटि।
- चक्र – पहिया, चाक, चक्का।
- चिकित्सा – उपचार, इलाज, दवादारू।
- चतुर – कुशल, नागर, प्रवीण, दक्ष, निपुण, योग्य, होशियार, चालाक, सयाना, विज्ञा
- चन्द्र – सोम, राकेश, रजनीश, राकापति, चाँद, निशाकर, हिमांशु, मयंक, सुधांशु, मृगांक, चन्द्रमा, कला –निधि, ओषधीश।
- चाँदनी – चन्द्रिका, ज्योत्स्ना, कौमुदी, कुमुदकला, जुन्हाई, अमृतवर्षिणी, चन्द्रातप, चन्द्रमरीचि।
- चपला – विद्युत्, बिजली, चंचला, दामिनी, तड़िता
- चश्मा – ऐनक, उपनेत्र, सहनेत्र, उपनयन।
- चाटुकारी – खुशामद, चापलूसी, मिथ्या प्रशंसा, चिरौरी, चमचागीरी।
- चिह्न – प्रतीक, निशान, लक्षण, पहचान, संकेत।
- चोर – रजनीचर, दस्यु, साहसिक, कभिज, खनक, मोषक, तस्कर।
- छात्र – विद्यार्थी, शिक्षार्थी, शिष्य।
- छाया – साया, प्रतिबिम्ब, परछाई, छाँव।
- छल – प्रपंच, झाँसा, फ़रेब, कपट।
- छटा – आभा, कांति, चमक, सौन्दर्य, सुन्दरता।
- छानबीन – जाँच –पड़ताल, पूछताछ, जाँच, तहकीकात।
- छेद – छिद्र, सूराख, रंध्रा
- छली – ठग, छद्मी, कपटी, कैतव, धूर्त, मायावी।
- छाती – उर, वक्ष, वक्षःस्थल, हृदय, मन, सीना।
- जननी – माँ, माता, माई. मइया. अम्बा, अम्मा।
- जीव – प्राणी, देहधारी, जीवधारी।
- जिज्ञासा – उत्सुकता, उत्कंठा, कुतूहल।
- जंग – युद्ध, रण, समर, लड़ाई, संग्राम।
- जग – दुनिया, संसार, विश्व, भुवन, मृत्युलोक।
- जल – सलिल, उदक, तोय, अम्बु, पानी, नीर, वारि, पय, अमृत, जीवक, रस, अप।
- जहाज़ – जलयान, वायुयान, विमान, पोत, जलवाहन।
- जानकी – जनकसुता, वैदेही, मैथिली, सीता, रामप्रिया, जनकदुलारी, जनकनन्दिनी।
- जुटाना – बटोरना, संग्रह करना, जुगाड़ करना, एकत्र करना, जमा करना, संचय करना।
- जोश – आवेश, साहस, उत्साह, उमंग, हौसला।
- जीभ – जिह्वा, रसना, रसज्ञा, चंचला।
- जमुना – सूर्यतनया, सूर्यसुता, कालिंदी, अर्कजा, कृष्णा।
- ज्योति – प्रभा, प्रकाश, लौ, अग्निशिखा, आलोक
- झंडा – ध्वजा, केतु, पताका, निसान।
- झरना – सोता, स्रोत, उत्स, निर्झर, जलप्रपात, प्रस्रवण, प्रपात।
- झुकाव – रुझान, प्रवृत्ति, प्रवणता, उन्मुखता।
- झकोर – हवा का झोंका, झटका, झोंक, बयार।
- झुठ – मिथ्या, मृषा, अनृत, असत, असत्य।
- टीका – भाष्य, वृत्ति, विवृति, व्याख्या, भाषांतरण।
- टक्कर – भिडंत, संघट्ट, समाघात, ठोकर।
- टोल – समूह, मण्डली, जत्था, झुण्ड, चटसाल, पाठशाला।
- टीस – साल, कसक, शूल, शूक्त, चसक, दर्द, पीड़ा।
- टेढा – (i) बंक, कुटिल, तिरछा, वक्रा (ii) कठिन, पेचीदा, मुश्किल, दुर्गम।
- टंच – सूम, कृपण, कंजूस, निष्ठुर।
- ठंड – शीत, ठिठुरन, सर्दी, जाड़ा, ठंडक
- ठेस – आघात, चोट, ठोकर, धक्का।
- ठौर – ठिकाना, स्थल, जगह।
- ठग – जालसाज, प्रवंचक, वंचक, प्रतारक।
- ठाठ –आडम्बर, सजावट, वैभवा
- ठिठोली – मज़ाक, उपहास, फ़बती, व्यंग्य, व्यंग्योक्ति।
- ठगी – प्रतारणा, वंचना, मायाजाल, फ़रेब, जालसाज़।
- डगर – बाट, मार्ग; राह, रास्ता, पथ, पंथा
- डर – त्रास, भीति, दहशत, आतंक, भय, खौफ़
- डेरा – पड़ाव, खेमा, शिविर
- डोर – डोरी, रज्जु, तांत, रस्सी, पगहा, तन्तु।
- डकैत – डाकू, लुटेरा, बटमार।
- डायरी – दैनिकी, दैनन्दिनी, रोज़नामचा।
- ढीठ – धृष्ट, प्रगल्भ, अविनीत, गुस्ताख।
- ढोंग – स्वाँग, पाखण्ड, कपट, छल।
- ढंग – पद्धति, विधि, तरीका, रीति, प्रणाली, करीना।
- ढाढ़स – आश्वासन, तसल्ली, दिलासा, धीरज, सांत्वना।
- ढोंगी – पाखण्डी, बगुला भगत, रंगासियार, कपटी, छली।
- तन – शरीर, काया, जिस्म, देह, वपु।
- तपस्या – साधना, तप, योग, अनुष्ठान।
- तरंग – हिलोर, लहर, ऊर्मि, मौज, वीचि।
- तरु – वृक्ष, पेड़, विटप, पादप, द्रुम, दरख्त।
- तलवार – असि, खडग, सिरोही, चन्द्रहास, कृपाण, शमशीर, करवाल, करौली, तेग।
- तम – अंधकार, ध्वान्त, तिमिर, अँधेरा, तमसा।
- तरुणी – युवती, मनोज्ञा, सुंदरी, यौवनवक्षी, प्रमदा, रमणी।
- तारा – नखत, उड्डगण, नक्षत्र, तारका
- तम्बू – डेरा, खेमा, शिविर।
- तस्वीर – चित्र, फोटो, प्रतिबिम्ब, प्रतिकृति, आकृति।
- तालाब – जलाशय, सरोवर, ताल, सर, तड़ाग, जलधर, सरसी, पद्माकर, पुष्कर
- तारीफ़ – बड़ाई, प्रशंसा, सराहना, प्रशस्ति, गुणगाना
- तीर – नाराच, बाण, शिलीमुख, शर, सायक।
- तोता – सुवा, शुक, दाडिमप्रिय, कीर, सुग्गा, रक्ततुंड।
- तत्पर – तैयार, कटिबद्ध, उद्यत, सन्नद्ध।
- तन्मय – मग्न, तल्लीन, लीन, ध्यानमग्न।
- तालमेल – समन्वय, संगति, सामंजस्य।
- तरकारी – शाक, सब्जी, भाजी।
- तूफान – झंझावात, अंधड़, आँधी, प्रभंजना
- त्रुटि – अशुद्धि, भूल-चूक, गलती।
- थकान – क्लान्ति, श्रान्ति, थकावट, थकन।
- थोड़ा – कम, ज़रा, अल्प, स्वल्प, न्यून।
- थाह – अन्त, छोर, सिरा, सीना।
- थोथा – पोला, खाली, खोखला, रिक्त, छूछा।
- थल – धरती, ज़मीन, पृथ्वी, भूतल, भूमि।
- दर्पण – शीशा, आइना, मुकुर, आरसी।
- दास – चाकर, नौकर, सेवक, परिचारक, परिचर, किंकर, गुलाम, अनुचर।
- दुःख – क्लेश, खेद, पीड़ा, यातना, विषाद, यन्त्रणा, क्षोभ, कष्ट
- दूध – पय, दुग्ध, स्तन्य, क्षीर, अमृत।
- देवता – सुर, आदित्य, अमर, देव, वसु।
- दोस्त – सखा, मित्र, स्नेही, अन्तरंग, हितैषी, सहचर।
- द्रोपदी – श्यामा, पाँचाली, कृष्णा, सैरन्ध्री, याज्ञसेनी, द्रुपदसुता, नित्ययौवना।
- दासी – बाँदी, सेविका, किंकरी, परिचारिका।
- दीपक – आदित्य, दीप, प्रदीप, दीया।
- दुर्गा – सिंहवाहिनी, कालिका, अजा, भवानी, चण्डिका, कल्याणी, सुभद्रा, चामुण्डा।
- दिव्य – अलौकिक, स्वर्गिक, लोकातीत, लोकोत्तर।
- दीपावली – दीवाली, दीपमाला, दीपोत्सव, दीपमालिका।
- दामिनी – बिजली, चपला, तड़ित, पीत –प्रभा, चंचला, विजय, विद्युत्, सौदामिनी।
- देह – तन, रपु, शरीर, घट, काया, गात, कलेवर, तनु, मूर्ति।
- दुर्लभ – अलम्भ, नायाब, विरल, दुष्प्राप्य।
- दर्शन – भेंट, साक्षात्कार, मुलाकाता
- दंगा – उपद्रव, फ़साद, उत्पात, उधम।।
- द्वेष – बैर, शत्रुता, दुश्मनी, खार, ईर्ष्या, जलन, डाह, मात्सर्य।
- दरवाज़ा – किवाड़, पल्ला, कपाट, द्वार।
- दाई – धाया, धात्री, अम्मा, सेविका।
- देवालय – देवमन्दिर, देवस्थान, मन्दिर।
- दृढ़ – पुष्ट, मज़बूत, पक्का, तगड़ा।
- दुर्गम – अगम्य, विकट, कठिन, दुस्तर।
- द्विज – ब्राह्मण, ब्रह्मज्ञानी, वेदविद्, पण्डित, विप्रा
- दिनांक – तारीख, तिथि, मिति।
- धनुष – चाप, धनु, शरासन, पिनाक, कोदण्ड, कमान, विशिखासन।
- धीरज – धीरता, धीरत्व, धैर्य, धारण, धृति।
- धरती – धरा, धरणी, पृथ्वी, क्षिति, वसुधा, अवनी, मेदिनी।
- धवल – श्वेत, सफ़ेद, उजला।
- धुंध – कुहरा, नीहार, कुहासा।
- ध्वस्त – नष्ट, भ्रष्ट, भग्न, खण्डित।
- धूल – रज, खेहट, मिट्टी, गर्द, धूलिा
- धंधा – दृढ़, अटल, स्थिर, निश्चित।
- धनुर्धर – रोज़गार, व्यापार, कारोबार, व्यवसाय
- धाक – धन्वी, तीरंदाज़, धनुषधारी, निषंगी।
- धक्का – रोब, दबदबा, धौंस। टक्कर, रेला, झोंका।
- नदी – सरिता, दरिया, अपगा, तटिनी, सलिला, स्रोतस्विनी, कल्लोलिनी, प्रवाहिणी।
- नमक – लवण, लोन, रामरस, नोन।
- नया – ‘नवीन, नव्य, नूतन, आधुनिक, अभिनव, अर्वाचीन, नव, ताज़ा।
- नाश – (i) समाप्ति, अवसान (i) विनाश, संहार, ध्वंस, नष्ट –भ्रष्ट।
- नित्य – हमेशा, रोज़, सनातन, सर्वदा, सदा, सदैव, चिरंतन, शाश्वत।
- नियम – विधि, तरीका, विधान, ढंग, कानून, रीति।
- नीलकमल – इंदीवर, नीलाम्बुज, नीलसरोज, उत्पल, असितकमल, कुवलय, सौगन्धित।
- नौका – तरिणी, डोंगी, नाव, जलयान, नैया, तरी।
- नारी – स्त्री, महिला, रमणी, वनिता, वामा, अबला, औरत।
- पति- भर्ता, वल्लभ, स्वामी, प्राणाधार, प्राणप्रिय, प्राणेश, आर्यपुत्र।
- पत्नी- भार्या, दारा, बेगम, कलत्र, प्राणप्रिया, वधू, वामा, अर्धांगिनी, सहधर्मिणी, गृहणी, बहु, वनिता, जोरू, वामांगिनी।
- पक्षी- खेचर, दविज, पतंग, पंछी, खग, विहग, परिन्दा, शकुन्त, अण्डज, चिडिया, गगनचर, पखेरू, विहंग, नभचर।
- पर्वत- पहाड़, गिरि, अचल, भूमिधर, तुंग आद्रि, शैल, धरणीधर, धराधर, नग, भूधर, महीधर।
- पण्डित- सुधी, विद्वान, कोविद, बुध, धीर, मनीषी, प्राज्ञ, विचक्षण।
- पुत्र- बेटा, लड़का, आत्मज, सुत, वत्स, तनुज, तनय, नंदन।
- पुत्री- बेटी, आत्मजा, तनूजा, दुहिता, नन्दिनी, लड़की, सुता, तनया।
- पृथ्वी- धरा, धरती, भू, इला, उर्वी, धरित्री, धरणी, अवनि, मेदिनी, क्षिति, मही, वसुंधरा, वसुधा, जमीन, भूमि।
- पुष्प- फूल, सुमन, कुसुम, मंजरी, प्रसून, पुहुप।
- पानी- जल, नीर, सलिल, अंबु, अंभ, उदक, तोय, जीवन, वारि, पय, अमृत, मेघपुष्प, सारंग।
- पार्वती- अपर्णा, अंबिका, आर्या, उमा, गौरी, गिरिजा, भवानी, रुद्राणी, शिवा।
- परिवार- कुटुंब, कुनबा, खानदान, घराना।
- परिवर्तन- बदलाव, हेरफेर, तबदीली, फेरबदल।
- पथ- मग, मार्ग, राह, पंथ, रास्ता।
- पिता- जनक, जनपिता, बाप, बापू, बाबू, जन्मदाता, पितृ, पापा, अब्बा।
- प्रकाश- ज्योति, चमक, प्रभा, छवि, द्युति।
- पेड़- तरु, द्रुम, वृक्ष, पादप, रुक्ष।
संश्रुत भिन्नार्थक शब्द
- पैर- पाँव, पद, चरण, पाद, पग।
- पंक- कीचड़, कीच, कर्दम, चहला।
- पंकज- कमल, राजीव, पद्म, सरोज, नलिन, जलज।
- पंख- डैना, पक्ष, पर, पखौटा, पाँख।
- पंगु- अपाहिज, लंगड़ा, विकलांग, अपंग।
- पत्ता- पत्र, किसलय, दल, पत्रक, पल्ल्व, पत्ती, कोंपल।
- पथिक- राही, राहगीर, यात्री, बटोही, मुसाफिर, पंथी।
- परवाना- फतिंगा, पतंगा, शलभ, फुनगा, भुनगा।
- परिणति- नतीजा, अंजाम, फल, परिणाम।
- परिणय- शादी, विवाह, ब्याह, पाणिग्रहण।
- फल- फलम, बीजकोश।
- फ़ख- गौरव, नाज, गर्व, अभिमान।
- फजर- भोर, सवेरा, प्रभात, सहर, सकार।
- फतह- सफलता, विजय, जीत, जफर।
- फरमान- हुक्म, राजादेश, राजाज्ञा।
- फलक- आसमान, आकाश, गगन, नभ, व्योम।
- फसल- शस्य, पैदावार, उपज, खिरमन, कृषि- उत्पाद।
- फालिज- पक्षाघात, अर्धांग, अधरंग, अंगघात।
- फितरत- स्वभाव, प्रकृति, प्रवृत्ति, मनोवृत्ति, मिजाज।
- फूट- मतभेद, मनमुटाव, अनबन, परस्पर, कलह।
- फूल- पुष्प, सुमन, कुसुम, गुल, प्रसून।फंदा- फाँस, जाल, छल, कपट, धोखा।
- फकत- केवल, सिर्फ।
- फक्कड़- मस्त, अलमस्त, मौजी, लापरवाह, उद्दंड।
- फणधर- साँप, नाग, सर्प, व्याल, विषधर।
- फणींद्र- शेषनाग, नागराज, सर्पराज, फणिपति, वासुकी।
- फणी- साँप, सर्प, नाग, फणधर।
- फबती- चुटकी, उपहास, परिहास, चुटकला।
- फरेब- छल, कपट, धोखा, प्रवंचना।
- फलतः- इसलिए, फ़लस्वरुप, परिणामतः, अंततः, आख़िरकार।
- बाण- सर, तीर, सायक, विशिख, आशुग, इषु, शिलीमुख, नाराच।
- बिजली- घनप्रिया, इन्द्र्वज्र, चंचला, सौदामनी, चपला, बीजुरी, क्षणप्रभा, घनवल्ली, शया, ऐरावती, दामिनी, ताडित, विद्युत।
- बख़ील- कंजूस, मक्खीचूस, कृपण, खसीस, सूम, मत्सर।
- बजरंगबली- हनुमान, वायुपुत्र, केसरीनंदन, पवनपुत्र, बज्रांगी, महावीर।
- बटोही- मुसाफिर, राही, राहगीर, पथिक, पंथी, यात्री।
- बहेलिया- आखेटक, अहेरी, शिकारी, आखेटी।
- बाँसुरी- वेणु, बंशी, मुरली, बंसुरी।
- बाजि- घोड़ा, अश्व, घोटक, तुरंग, तुरग, हय।
- बायस- कौआ, कागा, काक, एकाक्ष।
- बारिश- चौमासा, बरसात, वर्षा, वर्षाऋतु।
- बुड्ढा- बूढ़ा, बुजुर्ग, वृद्ध, जईफ, वयोवृद्ध।
- बेगम- महारानी, रानी, राज्ञी, राजमहिषी।
- मिसाल- बेजोड़, लाजवाब, अनोखा, लासानी, अतुलनीय।
- बैल- वृष, वृषभ, ऋषभ, वलीवर्द।
- बलदेव- बलराम, बलभद्र, हलायुध, राम, मूसली, रोहिणेय, संकर्षण।
- बँटवारा- विभाजन, वितरण, बँटाई, आबंटित करना।
- बंधुता- भाईचारा, दोस्ती, मैत्री, मित्रता, यारी।
- बखान- वर्णन, कथनं, व्याख्या, तारीफ, प्रशंसा, बड़ाई।
- बखूबी- अच्छी तरह से, भली-भाँति, खूबी के साथ, पूरी तरह से, पूर्णरूप से।
- बखेड़ा- झंझट, झगड़ा, लड़ाई, विवाद, हंगामा, फ़साद।
- बगावत- विद्रोह, अराजकता, गदर, क्रांति, राजद्रोह।
- बगुला- बगला, बक, बलाका।
- बचपन- बाल्यावस्था, लड़कपन, बालपन, बचपना, शैशवकाल।
- बचाव- रक्षा, प्रतिरक्षण, हिफाजत।
- बहिरंग- बाहरी, बाह्य, बाहर वाला, बाहर का।
- बहुतायत- अधिकता, आधिक्य, प्रचुरता, बहुलता।
- बहुधा- प्रायः, अकसर।
- बहुल- अधिक, बहुत, ज्यादा, प्रचुर, पर्याप्त, प्रभूत।
- बहुलता- बाहुल्य, प्राचुर्य, प्रचुरता, अधिकता, प्रभूतता।
- बाँदी- दासी, सेविका, परिचारिका, नौकरानी, अनुचरी।
- बागी- राजद्रोही, देशद्रोही, अराजभक्त, गद्दार, राजभक्तिहीन।
- बाजीगर- जादूगर, ऐंद्रजालिक।
- बाट जोहना- प्रतीक्षा करना, इंतजार करना, रास्ता देखना, राह देखना आसरा लगाना।
- बातचीत- वार्तालाप, संवाद, कथोपथन, बोलचाल, गपशप, गप्पी।
- बाधा- विघ्न, अड़चन, संकट, कष्ट, मुसीबत, परेशानी, दुःख।
- बानगी- उदाहरण, नमूना, मिसाल।
- बाना- पोशाक, वेश, वेशभूषा, भेष, बुनावट, बुनाई।
- बाबत- विषय में, सम्बन्ध में, बारे में।
- बार-बार- लगातार, पुनः-पुनः, प्रायः, फिर-फिर।
- बारीक़- महीन, पतला, सूक्ष्म, झीना।
- बालिका- कन्या, लड़की, किशोरी, युवती।
- बालू- रेत, बालुका, रेणुका, रेणु, रेती, शिलाकण।
- बाहुबल- बहादुरी, शारीरिक, बल, जिस्मानी ताकत।
- बिकाऊ- विक्रेय, विक्रयशील, बेचने लायक।
बिगाड़- विकार, भ्रष्टता, दोष, मनमुटाव, अनबन, हानि, नुकसान। - बिछोह- वियोग, जुदाई, बिछौड़ा, अलगाव।
- बिजली- विद्युत, चंचला, दामिनी, सूर्यपुत्री, घनज्वाला, तड़ित, वज्र।
- बिनती- विनय, निवेदन, प्रार्थना, अनुरोध, अर्ज।
- बिना- बगैर, अतिरिक्त, सिवा, सिवाय, अलावा।
- बियाबान- जंगल, वन, सुनसान, वीरान, निर्जन।
- बिस्मिल्लाह- श्रीगणेश, आरम्भ, शुरुआत, शुरू आदि।
- बिसरना- विस्मृत होना, भूलना, याद न रहना, भुला देना, याद न करना।
- बीमारी- रोग, व्याधि, रुग्णता 2. बुरी आदत, बुरी लत।
- बीवी- पत्नी, भार्या, अर्द्धांगिनी, लुगाई, मेहरारू, घरवाली।
- बुखार- ज्वर, ताप, तापवृद्धि।
- बुजुर्ग- वृद्ध, बूढ़ा, प्रौढ़, बड़ा।
- बुढ़ापा- वृद्धावस्था, वृद्धत्व, जश, जीर्णावस्था।
- बुद्ध- ज्ञानी, ज्ञानवान, विद्वान, बुद्धिमान, ज्ञान, गौतम, सिद्धार्थ।
- बुद्धि- अक्ल, समझ, दिमाग, विवेक, सूझबूझ, ज्ञान, प्रतिभा।
- बुद्धिमान- अक्लमंद, समझदार, मनस्वी, प्रतिभावान, ज्ञानी, विवेकी, तीक्ष्णबुद्धि, कुशाग्रबुद्धि।
- बुहारी- झाड़ू, सोहनी, बुहारनी, बटोरनी।
- बूँद- जलकण, बिंदु, जलबिंदु, कण।
- भौंरा- अलि, मधुव्रत, शिलीमुख, मधुप, मधुकर, द्विरेप, षट्पद, भृंग, भ्रमर।
- भोजन- खाना, भोज्य सामग्री, खाद्यय वस्तु, आहार।
- भय- भीति, डर, विभीषिका।
- भाई- तात, अनुज, अग्रज, भ्राता, भ्रातृ।भंगुर- नाशवान, नश्वर, अनित्य, क्षर, मर्त्य, विनश्वर।
- भंडारी- रसोइया, खानसामा, महाराज, रसोईदार।
- भंवरा- भौंरा, भ्रमर, मधुकर, मधुप, मिलिंद, अलि, अलिंद, भृंग।
- भक्त- आराधक, अर्चक, पुजारी, उपासक, पूजक।
- भगिनी- बहन, बहना, स्वसा, अग्रजा।
- भद्र- शिष्ट, शालीन, कुलीन, सभ्य, सलीकेदार, बासलीक़ा।
- भरतखंड- भारतवर्ष, आर्यावर्त, भारत, हिंदुस्तान, हिंदोस्ताँ।
- भरोसा- यकीन, विश्वास, ऐतबार, अक़ीदा, आश्वास।
- भव- संसार, दुनिया, जग, जहाँ, विश्व, खलक, खल्क।
- भविष्य- भावी, अनागत, भविष्यतकाल, मुस्तकबिल, भविष्यद।
- भारती- शारदा, सरस्वती, वाग्देवी, वीणावादिनी, विद्या, वागेश्वरी, वागीशा।
- भाल- मस्तक, पेशानी, माथा, ललाट।
- भाला- बर्छा, बरछा, नेजा, कुंत, शलाका।
- भीष्म- गंगापुत्र, शांतनुसुत, भीष्मपितामह, देवव्रत।
- भुजा- भुज, बाहु, बाँह, बाजू।
- भेद- फर्क, अंतर, भिन्नता, विषमता।
- भ्रष्ट- पथभ्रष्ट, पतित, बदचलन, दुश्चरित्र, आचरणहीन।
- भ्रू- भौंह, भौं, भृकुटि, भँव, त्यौरी।
- भूषण- जेवर, गहना, आभूषण, अलंकार।
- भंग- ध्वंस, विध्वंस, नाश, विनाश, टुकड़ा, खंड।
- भंगिमा- अंगसंचालन, अंदाज, अदा, भावप्रवणता, अभिनयप्रवणता, बांकपन।
- भंगुर- नश्वर, अस्थायी, नाशवान, क्षणिक, त्रुटिशील, नाजुक।
- भंडा- भेद, रहस्य, गुप्त बात।
- भंडार- आगार, भंडारगार, गोदाम, मालखाना।
- भगवान- ईश्वर, परमेश्वर, जगतपालक, सृष्टिकर्ता।
- भगिनी- बहन, बहिन, दीदी, जीजी, सहोदर।
- भगोड़ा- फरार, भागा हुआ, डरपोक।
- भट- योद्धा, सैनिक, सिपाही, वीर, लड़ाका, बहादुर।
- भड़कीला- भड़कदार, चमकीला, अलंकृत, चटकदार, चटकीला।
- भद्दा- कुरूप, बेडौल, भोंडा, बदसूरत, बदशक्ल, अभद्र, घृणित।
- भद्रता- शिष्टता, सभ्यता, विनय, नम्रता।
- मछली- मीन, मत्स्य, झख, झष, जलजीवन, शफरी, मकर।
- महादेव- शम्भु, ईश, पशुपति, शिव, महेश्र्वर, शंकर, चन्द्रशेखर, भव, भूतेश, गिरीश, हर, त्रिलोचन।
- मेघ- घन, जलधर, वारिद, बादल, नीरद, वारिधर, पयोद, अम्बुद, पयोधर।
- मुनि- यती, अवधूत, संन्यासी, वैरागी, तापस, सन्त, भिक्षु, महात्मा, साधु, मुक्तपुरुष।
- मित्र- सखा, सहचर, स्नेही, स्वजन, सुहृदय, साथी, दोस्त।
- मोर- केक, कलापी, नीलकंठ, शिखावल, सारंग, ध्वजी, शिखी, मयूर, नर्तकप्रिय।
- मनुष्य- आदमी, नर, मानव, मानुष, जन, मनुज।
- मदिरा- शराब, हाला, आसव, मधु, मद्य, वारुणी, सुरा, मद।
- मधु- शहद, रसा, शहद, कुसुमासव।
- मृग- हिरण, सारंग, कृष्णसार।
- माता- जननी, माँ, अंबा, जनयत्री, अम्मा।
- मूर्ख- गँवार, अल्पमति, अज्ञानी, अपढ़, जड़।
- मृत्यु- देहांत, मौत, अंत, स्वर्गवास, निधन, देहावसान, पंचत्व, इंतकाल, काशीवास, गंगालाभ, निर्वाण, मरण।
- माँ- अंबा, अम्बिका, अम्मा, जननी, धात्री, प्रसू।
- मुर्गा- तमचूक, अरुणशिखा, ताम्रचूड़, कुक्कुट।
- मग- पन्थ, मार्ग, बाट, पथ, राह।
- मूढ़- मूर्ख, अज्ञानी, निर्बुद्धि, जड़, गंवार।
- मैना- सारी, सारिका, त्रिलोचना, मधुरालाषा, कलहप्रिया।
- मूँगा- प्रवाल, रक्तांग, विद्रुम, रक्तमणि।
- मंजुल- मोहक, मनोहर, आकर्षक, शोभनीय, सुंदर।
- मंजूषा- संदूक, बक्स, पिटारी, पिटक, पेटी, झाँपी।
- मंतव्य- अभिमत, सम्मति, राय, सलाह, विचार।
- मंसूख- रद्द, निरस्त, ख़ारिज, निरसित।
- मकड़ी- मकरी, लूता, लूतिका, लूत।
- मकतब- स्कूल, पाठशाला, विद्यालय, विद्यापीठ।
- मकर- मगर, मगरमच्छ, घड़ियाल, नक्र, ग्राह, झषराज।
- मजार- मकबरा, समाधि, कब्र, इमामबाड़ा।
- मटका- कुंभ, झट, घड़ा, कलश।
- मत्सर- द्वेष, ईर्ष्या, कुढ़न, जलन, डाह।
- मनीषा- मति, बुद्धि, मेधा, प्रज्ञा, विचार।
- मयूख- किरन, किरण, रश्मि, अंशु, मरीचि।
- मरघट- मसान, मुर्दघाट, श्मशान, श्मशानघाट।
- मरहूम- स्वर्गवासी, मृत, गोलोकवासी, दिवंगत।
- मराल- हंस, राजहंस, सितपक्ष, धवलपक्ष।
- मरुत- पवन, वायु, हवा, वात, समीर, मारुत।
- यम- सूर्यपुत्र, जीवितेश, श्राद्धदेव, कृतांत, अन्तक, धर्मराज, दण्डधर, कीनाश, यमराज।
- यमुना- कालिन्दी, सूर्यसुता, रवितनया, तरणि-तनूजा, तरणिजा, अर्कजा, भानुजा।
- यंत्रणा- व्यथा, तकलीफ, वेदना, यातना, पीड़ा।
- यकीन- भरोसा, ऐतबार, आस्था, विश्वास।
- यकृत- जिगर, कलेजा, जिगरा, पित्ताशय।
- क्ष्मा- टी.बी., तपेदिक, राजरोग, क्षय।
- यज्ञोपवीत- जनेऊ, उपवीत, ब्रह्मसूत्र।
- यतीम- बेसहारा, अनाथ, माँ-बापविहीन।
- यशस्वी- मशहूर, विख्यात, नामवर, कीर्तिवान, ख्यातिवान।
- यशोदा- यशोमति, जसोदा, नंदरानी।
- यशोधरा- गौतम-पत्नी, गौतमी, गोपा।
- याज्ञसेनी- पांचाली, द्रौपदी, सैरंध्री, द्रुपदसुता, कृष्णा।
- याद- स्मृति, स्मरण, स्मरण-शक्ति, सुध, याद्दाश्त।
- याम- पहर, प्रहर, बेला, वेला, जून।
- यामिनी- रजनी, रात, रात्रि, रैन, राका, निशा।
- युग- जुग, दौर, मन्वंतर, काल, कल्प, जमाना।
- युद्ध- संग्राम, संघर्ष, समर, लड़ाई, रण, द्वंद्व।
- युद्धभूमि- रणक्षेत्र, रणभूमि, समरभूमि, संग्रामभूमि, युद्धस्थल।
- युधिष्ठिर- कौन्तेय, धर्मराज, धर्मपुत्र, अजातशत्रु।
- योषा- योषिता, नारी, स्त्री, औरत, वनिता, महिला, तिरिया।
- योम- दिवस, दिनमान, दिन, अह, सूर्यकाल।
- यंत्र- मशीन, कलम संयंत्र, उपकरण, औजार।
- यकायक- अचानक, एकाएक, सहसा।
- यकीनन- निश्चित, निःसंदेह, अवश्य, बेशक, जरूर।
- यज्ञ- याग, हव, हवन, होम, ज्योतिष्टोम, अनुष्ठान।
- यत्र- तत्र- इधर-उधर, जहाँ-तहाँ, सर्वत्र, जगह-जगह।
- यथेष्ट- अभीष्ट, इच्छानुसार, इच्छित, मनमाना।
- यश- ख्याति, कीर्ति, प्रसिद्धि, प्रशंसा, बड़ाई, नाम।
- याचना- विनती, विनय, निवेदन, प्रार्थना।
- रात्रि- निशा, क्षया, रैन, रात, यामिनी, रजनी, त्रियामा, क्षणदा, शर्वरी, तमस्विनी, विभावरी।
- रात- रात्रि, रैन, रजनी, निशा, यामिनी, तमी, निशि, यामा, विभावरी।
- राजा- नृपति, भूपति, नरपति, नृप, महीप, राव, सम्राट, भूप, भूपाल, नरेश, महीपति, अवनीपति।
- रवि- सूरज, दिनकर, प्रभाकर, दिवाकर, सविता, भानु, दिनेश, अंशुमाली, सूर्य।
- रमा- इन्दिरा, हरिप्रिया, श्री, लक्ष्मी, कमला, पद्मा, पद्मासना, समुद्रजा, श्रीभार्गवी, क्षीरोदतनया।
- रामचन्द्र- अवधेश, सीतापति, राघव, रघुपति, रघुवर, रघुनाथ, रघुराज, रघुवीर, रावणारि, जानकीवल्लभ, कमलेन्द्र, कौशल्यानन्दन।
- रावण- दशानन, लंकेश, लंकापति, दशशीश, दशकंध, दैत्येन्द्र।
- राधिका- राधा, ब्रजरानी, हरिप्रिया, वृषभानुजा।
- रक्त- खून, लहू, रुधिर, शोणित, लोहित।
- राक्षस- दैत्य, असुर, निशाचर।
- रंक- गरीब, दरिद्र, कंगाल, निर्धन, धनहीन।
- रंग-रूप- रूप, मुखाकृति, सूरत, शक्ल, गुण।
- रंघ्र- छेद, सूराख, छिद्र, बिल।
- रक्त- लहू, रक्तिम, खून।
- रक्तपात- खून-खराबा, मार-काट, नरसंहार, लड़ाई-झगड़ा।
- रक्षा- संरक्षण, सुरक्षा, प्रतिरक्षा, हिफाजत, बचाव, रखवाली।
- रखवाली- रक्षा, देखभाल, देखरेख, निगरानी, पहरेदारी, बचाव।
- रजनी- रात, रात्रि, निशा, यामिनी।
- रण- लड़ाई, युद्ध, संग्राम, जंग, संघर्ष।
- रणभूमि- संग्रामभूमि, युद्धस्थल, युद्ध क्षेत्र, वीरभूमि, मैदान-ए-जंग।
- रत- अनुरक्त, आसक्त, लिप्त, निमग्न।
- रत्ती- जरा सा, थोड़ा सा, रत्तीभर।
- रत्नाकर- समुद्र, सागर, अर्णव, वारिध।
- रब्त- मेलजोल, मेल-मिलाप, सम्पर्क, सम्बन्ध।
- रमण- स्त्री, मैथुन, संभोग, रतिविलास, कामक्रीड़ा।
- रम्य- सुन्दर, मनोहर, मनभावन, मनमोहक, आकर्षक, ह्रदयस्पर्शी।
- रवैया- चलन, तौर-तरीका, रंग-ढंग।
- रश्क- ईर्ष्या, डहन, जलन, द्वेष।
- रसीला- रसयुक्त, रसवान, मधुर, मीठा, मृदु, मृदुल।
- राका- पूर्णमासी, पूर्णिमा, पूनम।
- राग- प्रेम, अनुराग, आसाक्ति, लगाव।
- राज- शासन, हुकूमत।
- राज्यपाल- गर्वनर।
- राधा- राधिका, वृषभानुजा, वृषभानुनंदिनी, कीर्ति-किशोरी, ब्रजरानी।
- रानी-मालकिन, बेगम, राजपत्नी, महरानी, राज्ञी, महिषी।
- राय- मत, सलाह, विचार, विश्वास, सिद्धान्त, परामर्श।
- राशि- ढेर, समूह, भंडार।
- रासभ- गधा, गदहा, रजकवाहन, खर, खच्चर।
- राहगीर- राही, मुसाफिर, पथिक, बटोही, यात्री।
- रिक्त- खाली, शून्य, खोखला, खोखा।
- रिपु- शत्रु, दुश्मन, वैरी, विरोधी, द्वेषी।
- रिश्ता- सम्बन्ध, सम्पर्क, नाता, नातेदारी, रिश्तेदारी, मेल।
- रिश्वत- घूस, नजराना, कमीशन, बख्शीश।
- रिहाई- छुटकारा, मुक्ति, छुट्टी, विमुक्ति, विमोचन।
- रुकावट- बाधा, अड़चन, विघ्न, रुकाव, अटकाव, अडंगा, विराम, ठहराव।
- रुग्ण- रोगग्रस्त, रोगी, बीमार, अस्वस्थ।
- रुचि- चाह, इच्छा, अभिलाषा, कामना, पसंद, प्रेम, दिलचस्पी।
- रूढ़ि- रीति, रस्म, रिवाज, प्रथा, परम्परा।
- रूप- शक्ल, सूरत, आकार, बनावट, चेहरा-मोहरा, नैन-नक्शा, रूपरंग।
- रेत- बालु, रेणु, रेणुका, बालुका।
- रोक- रुकावट, रुकाव, अटकाव, अटक, विराम।
- रोकथाम- संयम, नियंत्रण, रोक, प्रतिबंध, रुकावट।
- रोग- व्याधि, बीमारी, रुग्णता, अस्वस्थता।
- रोगी- व्याधिग्रस्त, रुग्ण, बीमार, अस्वस्थ, रोगग्रस्त।
- रोचक- रुचिकर, प्रिय, दिलचस्प, मनोरंजक, मनमोहक, मनोहर, सुहावना।
- रोना- आँसू बहाना, विलाप करना, बिलखना, रोदन करना।
- रोब- प्रभाव, आतंक, दबदबा।
- – गति, चाल, वेग, धुन, सनक।
- रौबदार- गौरवशाली, प्रभावशाली, तेजस्वी, प्रशसनीय।
- लक्ष्मी- चंचला, कमला, पद्मा, रमा, हरिप्रिया, श्री, इंदिरा, पद्ममा, सिन्धुसुता, कमलासना।
- लड़का- बालक, शिशु, सुत, किशोर, कुमार।
- लड़की- बालिका, कुमारी, सुता, किशोरी, बाला, कन्या।
- लक्ष्मण- लखन, शेषावतार, सौमित्र, रामानुज, शेष।
- लौह- अयस, लोहा, सार।
- लता- बल्लरी, बल्ली, लतिका, बेली।
- लंघन- उपवास, व्रत, रोजा, निराहार।
- लक्ष्य- निशान, उद्देश्य, निर्दिष्ट स्थान, ठिकाना, मंजिल।
- लगातार- निरंतर, अविराम, बराबर, सर्वदा, नित्य, क्रमिक।
- लगाव- लगावट, सम्बन्ध, प्रेम, प्रीति, वास्ता।
- लड़ाई- भिडंत, टकराव, हाथापाई, युद्ध, जंग, संग्राम।
- ललित- सुन्दर, मनोहर, मनभावन, रमणीय।
- लाचार- विवश, मजबूर, असमर्थ, बेबस, बाध्य।
- लाभ- प्राप्ति, मुनाफा, फायदा, नफा।
- लाल- पुत्र, बेटा, नंदन, तनय, आत्मज।
- लालच- लोभ, लिप्सा, तृष्ण, प्रलोभन, लालसा।
- लाली- अरुणता, ललाई, लालिमा, राग, लालपन।
- लिप्त- लीन, तल्लीन, मग्न, निमग्न, अनुरक्त, आसक्त।
- लुच्चा – दुराचारी, बदमाश, कमीना, कुकर्मी।
- लुटेरा- अपहर्ता, अपहरणकर्ता, डाकू, डकैत।
- लुत्फ- आनंद, सुख, मजा, मस्ती, हर्ष, रोचकता।
- लुप्त- गुप्त, अप्रकट, अदृश्य, गायब, अंतर्धान, गुम।
- लेखक- ग्रंथकर्ता, ग्रंथकार, रचयिता, रचनाकर, साहित्यकार।
- कतंत्र- जनतंत्र, गणतंत्र, प्रजातंत्र, लोकशाही।
- लोचन- आँख, नयन, नेत्र, चक्षु।
- लोभ- लालच, तृषा, तृष्णा, लिप्सा, स्पृहा।
- लोभी- लालची, स्पृह, इच्छुक, पिपासु, उत्सुक, तृष्णालु।
- लोलुप- लोभी, लालची, आकांक्षी, उत्सुक।
- टना- फिरना, घूमना, वापस आना, मुड़ना।
- वृक्ष- तरू, अगम, पेड़, पादप, विटप, गाछ, दरख्त, शाखी, विटप, द्रुम।
- विवाह- शादी, गठबंधन, परिणय, व्याह, पाणिग्रहण।
- वायु- हवा, पवन, समीर, अनिल, वात, मारुत।
- सन- अम्बर, वस्त्र, परिधान, पट, चीर।
- विधवा- अनाथा, पतिहीना।
- विष- ज़हर, हलाहल, गरल, कालकूट।
- विष्णु- नारायण, दामोदर, पीताम्बर, माधव, केशव, गोविन्द, चतुर्भज, उपेन्द्र, जनार्दन, चक्रपाणि, विश्वम्भर, लक्ष्मीपति, मधुरिपु।
- विश्व- जगत, जग, भव, संसार, लोक, दुनिया।
- विद्युत- चपला, चंचला, दामिनी, सौदामिनी, तड़ित, बीजुरी, घनवल्ली, क्षणप्रभा, करका।
- वारिश- वर्षण, वृष्टि, वर्षा, पावस, बरसात।
- वीर्य- शुक्र, धातु, बीज, बल, शक्ति, ताकत, वीरता, मर्दानगी, मुख-आभा।
- वज्र- कुलिस, पवि, अशनि, दभोलि।
- विशाल- विराट, दीर्घ, वृहत, बड़ा, महा, महान।
- वर्षा- पावस, बरसात, वर्षाकाल, चौमासा, वर्षाऋतु।
- वसन्त- मधुमास, माधव, कुसुमाकर, ऋतुराज।
- वन- कानन, विपिन, अरण्य, कांतार।
- वंचक- धूर्त, धोखेबाज, ठग, खल, फ़रेबी, दगाबाज।
- विदित- विमुख, रहित, हीन, शून्य।
- वंदना- स्तुति, प्रणाम, अभिवादन, नमस्कार।
- वंश- वंश परम्परा, कुल, खानदान, गोत्र, जाति, नस्ल।
- वक्ता- वाचक, व्याख्याता, भाषणकर्त्ता, तकरीर करने वाला।
- क्ष- छाती, सीना, वक्षस्थल, उरस्थल।
- वचन- 1. शब्द, वाक्य, वाणी, बोली 2. आश्वासन, वादा, प्रण, प्रतिज्ञा।
- वणिक- व्यापारी, व्यवसायी, रोजगारी, बनिया।
- वध- घात, हिंसा, प्रतिघातन, हत्या, कत्ल।
- वनिता- स्त्री, औरत, नारी, महिला, अबला।
- वन्य- जंगली, वनचर, आरण्यक, काननसेवी।
- वपु- शरीर, देह, काया, बदन, तन।
- वय- वयस, उम्र, अवस्था, आयु।
- वर- दुल्हा, वरदान, उत्तम, श्रेष्ठ।
- वरण- चुनाव, चयन, छँटाई।
- वरदान- आशीष, आशीर्वाद, मनोरथसिद्धि, उपहार, भेंट।
- वर्ग- कोटि, समूह, समुदाय, कक्षा, दर्जा।
- वर्जित- निषिद्धि, निषेधित, प्रतिषेधित, बाधित।
- वर्णन- चित्रण, कथन, व्याख्या, विवरण, उल्लेख, जिक्र, चर्चा।
- वर्तमान- उपस्थित, प्रस्तुत, विद्यमान, मौजूद।
- वर्ष- संवत्, सन्, ईसवी, साल, बरस।
- शपथ – कसम, प्रतिज्ञा, सौगन्ध, हलफ़, सौं।
- शहद – मधु, मकरंद, पुष्परस, पुष्पासव।
- शब्द – ध्वनि, नाद, आश्व, घोष, रव, मुखर।
- शरण – संश्रय, आश्रय, त्राण, रक्षा।
- शिष्ट – शालीन, भद्र, संभ्रान्त, सौम्य, सज्जन, सभ्य।
- शेर – सिंह, नाहर, केहरि, वनराज, केशरी, मृगेन्द, शार्दूल, व्याघ्र।
- शिरा – नाड़ी, धमनी, नस।
- शुभ – मंगल, कल्याणकारी, शुभंकर।
- शिक्षा – नसीहत, सीख, तालीम, प्रशिक्षण, उपदेश, शिक्षण, ज्ञान।
- श्वेत – सफ़ेद, धवल, शुक्ल, उजला, सिता
- शंकर – शिव, उमापति, शम्भू, भोलेनाथ, त्रिपुरारि, महेश, देवाधिदेव, कैलाशपति, आशुतोष
- शाश्वत – सर्वकालिक, अक्षय, सनातन, नित्य।
- शिकारी – आखेटक, लुब्धक, बहेलिया, अहेरी, व्याध
- श्मशान – मरघट, मसान, दाहस्थल।
- षड्यंत्र – साज़िश, दुरभिसंधि, अभिसंधि, कुचक्र
- सब – अखिल, सम्पूर्ण, सकल, सर्व, समस्त, समग्र, निखिल।
- संकल्प – वृत, दृढ़ निश्चय, प्रतिज्ञा, प्रण।
- संग्रह – संकलन, संचय, जमावा
- संन्यासी – बैरागी, दंडी, विरत, परिव्राजका
- सजग – सतर्क, चौकस, चौकन्ना, सावधान।
- संहार – अन्त, नाश, समाप्ति, ध्वंसा
- समसामयिक – समकालिक, समकालीन, समवयस्क, वर्तमान।
- समीक्षा – विवेचना, मीमांसा, आलोचना, निरूपण।
- समुद्र – नदीश, वारीश, रत्नाकर, उदधि, पारावार।
- सखी – सहेली, सहचरी, सैरंध्री।
- सज्जन – भद्र, साधु, पुंगव, सभ्य, कुलीन।
- संसार – विश्व, दुनिया, जग, जगत्, इहलोक।
- समाप्ति – इतिश्री, इति, अंत, समापन।
- सार – रस, सत्त, निचोड़, सत्त्व।
- स्तन – पयोधर, छाती, कुच, उरस, उरोज।
- सुन्दरी – ललिता, सुनेत्रा, सुनयना, विलासिनी, कामिनी।
- सूची – अनुक्रम, अनुक्रमणिका, तालिका, फेहरिस्त, सारणी।
- स्वर्ण – सुवर्ण, सोना, कनक, हिरण्य, हेम।
- स्वर्ग – सुरलोक, धुलोक, बैकुंठ, परलोक, दिव।
- स्वच्छन्द – निरंकुश, स्वतन्त्र, निबंध।
- स्वावलम्बन – आत्माश्रय, आत्मनिर्भरता, स्वाश्रय।
- स्नेह – प्रेम, प्रीति, अनुराग, प्यार, मोहब्बत, इश्क।
- समुद्र – सागर, रत्नाकर, पयोधि, नदीश, सिन्धु, जलधि, पारावार, वारीश, अर्णव, अब्धि।
- सरस्वती – भारती, शारदा, वीणापाणि, गिरा, वाणी, महाश्वेता, श्री, भाष, वाक्, हंसवाहिनी, ज्ञानदायिनी।
- सूर्य – सूरज, दिनकर, दिवाकर, भास्कर, रवि, नारायण, सविता, कमलबन्धु, आदित्य, प्रभाकर, मार्तण्ड।
- सम्पूर्ण – पूर्ण, समग्र, सारा, पूरा, मुकम्मल।
- सर्प – भुजंग, अहि, विषधर, व्याल, फणी, उरग, साँप, नाग, अहि।
- सुरपुर – सुलोक, स्वर्गलोक, हरिधाम, अमरपुर, देवराज्य, स्वर्ग।
- सेठ – महाजन, सूदखोर, साहूकार, ब्याजजीवी, पूँजीपति, मालदार, धनवान, धनी, ताल्लुकदार।
- संध्या – निशारंभ, दिनावसान, दिनांत, सायंकाल, गोधूलि, साँझ।
- स्तुति – प्रार्थना, पूजा, आराधना, अर्चना।
- हंस – मुक्तमुक, मराल, सरस्वतीवाहन।
- हाँसी – स्मिति, मुस्कान, हास्य।
- हित – कल्याण, भलाई, भला, उपकार।
- हक – अधिकार, स्वत्व, दावा, फर्ज़, उचित पक्ष।
- हिमालय – हिमगिरि, हिमाद्रि, गिरिराज, शैलेन्द्र।
- हनुमान् – पवनसुत, महावीर, आंजनेय, कपीश, बजरंगी, मारुतिनन्दन, बजरंग।
- हाथ – कर, हस्त, पाणि, भुजा, बाहु, भुजाना
- हाथी – गज, कुंजर, वितुण्ड, मतंग, नाग, द्विरद।
- हार – (i) पराजय, पराभव, शिकस्त, मात। (ii) माला, कंठहार, मोहनमाला, अंकमालिका।
- हिम – तुषार, तुहिन, नीहार, बर्फी
- हिरन – मृग, हरिण, कुरंग, सारंग।
- होशियार – समझदार, पटु, चतुर, बुद्धिमान, विवेकशील।
- हेम – स्वर्ण, सोना, कंचन।
- हरि – बंदर, इन्द्र, विष्णु, चंद्र, सिंह।
- क्षेत्र – प्रदेश, इलाका, भू –भाग, भूखण्ड।
- क्षणभंगुर – अस्थिर, अनित्य, नश्वर, क्षणिका
- क्षय – तपेदिक, यक्ष्मा, राजरोग।
- क्षुब्ध – व्याकुल, विकल, उद्विग्न।
- क्षमता – शक्ति, सामर्थ्य, बल, ताकत।
- क्षीण – दुर्बल, कमज़ोर, बलहीन, कृश