( Best ) विलोम शब्द की परिभाषा और प्रकार Vilom Shabd
विलोम शब्द | Vilom Shabd
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विलोम शब्द की परिभाषा
हर शब्द का एक निश्चित अर्थ या मतलब होता है. उस अर्थ का विपरीत या उलटा अर्थ देने वाले शब्दों को विलोम शब्द कहते हैं. विलोम शब्दों को विपरीतार्थक शब्द या अंग्रेज़ी में Opposite Words भी कहा जाता है.
विलोम शब्द के प्रकार
हिन्दी में किसी भी शब्द का विपरीतार्थ (विलोम) शब्द बनाने के मुख्य रूप से पांच भेद बताए गए हैं:
1. लिंग परिवर्तन द्वारा : किसी भी शब्द का मूल लिंग (Gender) बदल कर उसका विलोम शब्द तय किया जाता है. जैसे कि दिन का विलोम शब्द रात, शेर का शेरनी, राजा-रानी, बूढ़े – बुढ़िया आदि.
2. भिन्न जाति या वर्ग के शब्द द्वारा: कुछ शब्द जिनके निश्चित अर्थ एक दूसरे के परस्पर विरोधी भाव रखते हैं. जैसे कि हार – जीत, अच्छा – बुरा, पाप – पुण्य, उल्टा – सीधा, आज़ाद – ग़ुलाम, विष – अमृत, अंधकार – उजाला इत्यादि.
3. उपसर्ग जोड़कर: किसी शब्द के आगे उपसर्ग लगाकर उसका विपरीत अर्थ देने वाला शब्द बनाया जाता है. जैसे कि घात – प्रतिघात, स्वस्थ – अस्वस्थ, सामान – असमान आदि.
4. उपसर्ग बदल-कर: किसी भी शब्द के आगे लगे उपसर्ग को बदलकर उस शब्द का अर्थ बदल जाता है. जैसे कि उत्तीर्ण – अनुतीर्ण, इच्छा – अनिच्छा, उत्कर्ष – अपकर्ष, आदान – प्रदान आदि.
5. नञ् समास (नहीं अर्थ वाले शब्द) जोड़कर: किसी शब्द के आगे ऐसे शब्द या अक्षर जोड़कर जिनका अर्थ ‘नहीं’ होता है. जैसे कि अंत – अनंत, आदि – अनादि, सुविधाजनक – असुविधाजनक, संभव – असंभव आदि.
विलोम शब्दों से जुड़े महत्वपूर्ण नियम |
- किसी भी शब्द का विलोम शब्द उसी श्रेणी का होगा जिस श्रेणी का दिया गया शब्द है जैसे कि अगर कोई शब्द ‘तत्सम’ है तो उसका विपरीत शब्द भी ‘तत्सम’ ही होगा. इसी प्रकार किसी ‘तद्भव’ शब्द शब्द का विलोम भी ‘तद्भव’ ही होगा. उदाहरण के लिए स्त्री का विलोम शब्द पुरुष होगा लेकिन औरत का विलोम शब्द ‘आदमी’ होगा.
- किसी भी शब्द का विलोम उसके मूल के अनुसार ही होना चाहिए जैसे कि अगर कोई शब्द संज्ञा है तो उसका विलोम शब्द भी संज्ञा ही होगा. किसी विशेषण का विपरीत शब्द भी विशेषण होगा. उदाहरण के लिए खुश का विलोम शब्द दुःख होगा वही खेद का विपरीत प्रसन्न होगा.
विलोम शब्द के उदहारण
अकलुष – कलुष अग्राह्य – ग्राह्य अग्रज – अनुज अगला – पिछला अग्रिम – अन्तिम अचल – चल अजल -निर्जल वृष्टि – अनावृष्टि अनंत – अंत अति -अल्प अथ – इति अतुकान्त – तुकान्त अतिवृष्टि – अनावृष्टि अनाहूत – आहुत अनुकूल – प्रतिकूल अनुरक्ति -विरक्ति अनित्य – नित्य अनुलोम- – विलोम अनभिज्ञ- – भिज्ञ अभिज्ञ – अनभिज्ञ |
उर्वर – ऊसर एक – अनेक आलस्य – स्फूर्ति अर्थ – अनर्थ उधार – नगद उत्कृष्ट – निकृष्ट उत्तम – अधम आदर्श – यथार्थ आय – व्यय स्वाधीन – पराधीन आहार – निराहार दाता – याचक खेद – प्रसन्नता गुप्त – प्रकट प्रत्यक्ष – परोक्ष घृणा – प्रेम सजीव – निर्जीव सुगंध – दुर्गन्ध मौखिक – लिखित |
रुग्ण – स्वस्थ रक्षक – भक्षक वरदान – अभिशाप शुष्क – आर्द्र हर्ष – शोक क्षणिक – शाश्वत विधि – निषेध विधवा – सधवा शयन – जागरण शीत – उष्ण सक्रिय – निष्क्रय सफल – असफल सज्जन – दुर्जन शुभ – अशुभ |
अंतिम– प्रारंभिक |
अनजान– जाना-पहचाना |
आदि– अंत |
आगामी– गत |
आग्रह– दुराग्रह |
आकर्षण– विकर्षण |
आदान– प्रदान |
आलस्य– स्फूर्ति |
आदर्श– यथार्थ |
आय– व्यय |
आहार– निराहार |
आविर्भाव– तिरोभाव |
आमिष– निरामिष |
आर्द्र– शुष्क |
आज़ादी– ग़ुलामी |
आकाश– पाताल |
आशा– निराशा |
आश्रित– निराश्रित |
|
आरंभ– अंत |
आदर– अनादर |
आयात– निर्यात |
आर्य– अनार्य |
आदि– अनादि |
आस्तिक– नास्तिक |
आवश्यक– अनावश्यक |
आनंद– शोक |
आधुनिक– प्राचीन |
आना– जाना |
आलस्य– फुर्ती |
आध्यात्मिक– भौतिक |
इच्छा– अनिच्छा |
इष्ट– अनिष्ट |
इच्छित– अनिच्छित |
इहलोक– परलोक |
उत्कर्ष– अपकर्ष |
उत्थान– पतन |
उद्यमी– आलसी |
उर्वर– ऊसर |
उधार– नक़द |
उपस्थित– अनुपस्थित |
उत्कृष्ट– निकृष्ट |
उपजाऊ– बंजर |
उदय– अस्त |
उपकार– अपकार |
उदार– अनुदार |
उत्तीर्ण– अनुत्तीर्ण |
उत्तर– दक्षिण |
ऊंचा– नीचा |
उन्नति– अवनति |
उचित– अनुचित |
उत्तरार्द्ध– पूर्वार्द्ध |
एकता– अनेकता |
एक– अनेक |
ऐसा– वैसा |
औपचारिक– अनौपचारिक |
कृतज्ञ– कृतघ्न |
क्रय– विक्रय |
कमाना– खर्च करना |
क्रूर– दयालु |
कच्चा– पक्का |
कटु– मधुर |
क्रिया– प्रतिक्रिया |
कड़वा– मीठा |
क्रुद्ध– शान्त |
कर्म– निष्कर्म |
कठिनाई– सरलता |
कभी-कभी– अक्सर |
कठिन– सरल |
केंद्रित– विकेंद्रित |
क़रीबी– दूर के |
कम– अधिक |
खेद– प्रसन्नता |
खिलना– मुरझाना |
खुशी– दु:ख |
ख़रीददार– विक्रेता |
ख़रीद– बिक्री |
ख़रीदना– बेचना |