पर्यायवाची शब्द की परिभाषा और प्रकार

पर्यायवाची शब्द ( ParyayVachi Sabd )

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पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं ? ( Paryayvachi Sabd Kise kehte hai ? )

परिभाषा — जो शब्द समान अर्थ के करण दुसरे शब्द का स्थान गृहण कर लेते है , वे पर्यायवाची शब्द कहलाते है अर्थात इसमे एक शब्द के लिए कई शब्दो का प्रयोग किया जा सकता है । किसी भी शब्द के लिए प्रयुक्त समान अर्थ देने वाले शब्द पर्यायवाची शब्द कहलाते है ।
जैसे –> दोस्त — मित्र , साथी , मित , सहचर

पर्यायवाची शब्द के प्रकार  ( paryay vachi sabd ke prakar )

पर्यायवाची शब्द की परिभाषा और पर्यायवाची शब्द किसे कहते है ये जानने के बाद अब हम ये जानते है की पर्यायवाची शब्द के कितने प्रकार हिते है । पर्यायवाची शब्द दो प्रकार के होते है
(1). पुर्ण पर्यायवाची शब्द
(2). आपुर्ण पर्यायवाची शब्द
 

1 पुर्ण पर्यायवाची शब्द — ( purn paryayvachi sabd )

जिस वाक्य में किसी शब्द के स्थान पर उसका पर्यायवाची शब्द रखने पर वाक्य के अर्थ में कोई परिवर्तन नही होता ऐसे शब्दो को हम पुर्ण पर्यायवाची शब्द कहते है ।

2 आपुर्ण पर्यायवाची शब्द — ( apurn Paryayvachi sabd )

जिस वाक्य में दो पर्यायवाची शब्दों का एक दुसरे के स्थान पर प्रयोग नही किया जा सकता, ऐसे शब्दो को आपुर्ण पर्यायवाची शब्द कहते है ।

पर्यायवाची शब्द

अगिन – आग, पावक, दहन, ज्वाला, अनल।

अमृत – पीयूष, सुधा, अमिय।

असुर – दानव, दनुज, राक्षस, निशाचर, दैत्य।

आँख – नेत्र, लोचन, नयन, चक्षु, दृग।

आकाश – व्योम, गगन, नभ, अम्बर, अंतरिक्ष, आसमान, शून्य।

इन्द्र – सुरपति, देवेंद्र, महेंद्र, देवराज, देवेश।

कपड़ा – वस्त्र, पट, वसन, चीर, अम्बर।

कमल – पंकज, सरोज, राजीव, तामरस।

कामदेव – अनंग, मदन, काम, रतिपति, मनोज, मन्मथ।

गणेश – लम्बोदर, गजवदन, विनायक, गणपति, गौरीसुत।

गंगा – देवनदी, भागीरथी, विष्णुपदी, जाह्ववी, त्रिपथगा।

घर – गृह, सदन, भवन, आलय, निकेतन, कुटीर।

घोड़ा – अश्व, हय, तुरंग, घोटक, बाजि।

चतुर – निपुण, चालाक, होशियार, प्रवीण।

चन्द्रमा – चाँद, चंद्र, हिमांशु, द्विजराज, शशि, राकेश, सोम।

चिड़िया – पक्षी, खग, अण्डज, द्विज, विहग, विहंग।

जल – उदक, पानी, नीर, पय, रस, पानीय, तोय।

जंगल – वन, अरण्य, विपिन, कानन, अटवी।

तालाब – सरोवर, सर, पुष्कर, तड़ाग।

दास – सेवक, नौकर, अनुचर, चाकर।

दुर्गा – चण्डिका, अजा, भवानी, कालिका।

देवता – सुर, देव, अमर, बिवुध, त्रिदश, निर्जर।

स्वर्ग – नाक, देवलोक, बैकुण्ठ, स्वः।

मनुष्य – आदमी, मनुज, मनुष।

इच्छा – आकांक्षा, अभिलाषा, चाह, वांछा।

नदी – सरिता, निमंगा, निर्झरिणी।

नारी – स्री, महिला, कामिनी, रमणी, बाला, ललना, अंगना।

नाव – नैया, नौका, तरणी, तरी।

पति – स्वामी, आर्यपुत्र, वल्ल्भ, भर्ता।

पत्नी – दारा, गृहिणी, वधू, तिय, वामा।

पर्वत – गिरि, शैल, पहाड़, नग, भूधर।

पार्वती – उमा, गौरी, शिवा, भवानी, रुद्राणी, आर्या।

पुत्र – तनय, सूत, बेटा, लड़का, आत्मज।

पुत्री – तनया, सुता, बेटी, तनुजा।

पृथ्वी – भू, भूमि, धरती, धरा, धरित्री, मेदिनी, वसुधा, वसुन्धरा।

प्रकाश – ज्योति, दुति, प्रभा, आभा, रोशनी।

किरण – अंशु, कर, रशिम।

फूल – पुष्प, सुमन, प्रसून, कुसुम।

बाण – तीर, सर, नाराच, इषु, आशुग।

बिजली – विधुत, दामिनी, चपला, चंचला, तड़ित।

भौंरा – भ्र्मर, मधुकर, भँवरा, अलि, चंचरीक।

यमराज – धर्मराज, मृत्युदेव, परेतराट।

मिठास – मधुरता, माधुर्य, मीठापन।

बराबर – सम, समान, तुल्य।

साफ – निर्मल, स्वच्छ, विमल, शुद्ध।

ख़ुशी – आनंद, प्रसन्नता, हर्ष।

शक्ति – बल, ताकत, पराक्रम, पौरुष।

रात – रात्रि, निशा, रैन, रजनी, विभाकारी, तमी।

राजा – महीप, सम्राट, नृप, भूप, नरेश।

लक्ष्मी – कमला, रमा, श्री, इन्दिरा।

विष्णु – अच्युत, केशव, नारायण, हरि, जनार्दन, माधव।

शरीर – देह, वदन, तन, काय, गात्र, काया।

समुन्द्र – सागर, जलधि, वारिधि, उदधि, पयोधि, सिंधु।

सरस्वती – शारदा, भारती, गिरा, वागीश्वरी, वीणापाणि, वाणी।

सुन्दर – रम्य, रमणीय, मनोहर, चारु, रुचिर।

सोना – कनक, स्वर्ण, कंचन, हेम, हाटक।

सूर्य – दिवाकर, रवि, दिनकर, भास्कर, आदित्य, भानु, अर्क।

हवा – वायु, समीर, अनिल, पवमान, पवन।

हाथी – गज, मतंग, हस्ती, करी, दन्ती, वारण, द्वीप।

मूर्ख — अज्ञ , अबोध , गँवार , मूढ़ ।

मल्लाह — नाविक , माँझी , खेवट , कर्णधार , केवट ।

महादेव — शिव , शम्भु , शंकर , महेश , त्रिलोचन ।

मेष — पयोद , धराधर , वारिद , जलद , अम्बुद ।

यत्न — उद्यम , प्रयास , उद्योग , प्रयत्न , पुरुषार्थ ।

यौवन — जवानी , युवावस्था , जीवन ।

युवक — जवान , युवा , तरुण ।

युद्ध — रण , संग्राम , लड़ाई , समर ।

रात्रि — यामिनी , विभावरी , रात , रजनी , निशा ।

राक्षस — दनुज , निशाचर , दैत्य , दानव , असुर ।

राजा — नरेश , भूपति , भूपाल , नरेन्द्र , महीपाल ।

रण — संग्राम , संगर , युद्ध , लड़ाई ।

लक्ष्मी — इन्दिरा , कला , रमा , हरिप्रिया , श्री ।

लहू — रक्त , खून , शोणित , रुधिर ।

वायु — अनिल , वात , मारुत , पवन , समीर ।

वृक्ष — रुख , विटप , द्रुम , पादप , पेड़ ।

वज्र — अश्मि , पवि , कुलिश ।

वन —  विपिन , जंगल , कानन , अटवी , अरण्य ।

वर्ष — अब्द , साल , बरस , संवत् ।

व्यर्थ — निरर्थक , अर्थहीन , फिजूला ।

शत्रु — रिपु , दुश्मन , विपक्षी , अरि , वैरी , अराति ।

शरीर — देह , काया , कलेवर , तन , वपु ।

शोभा — छवि , दीप्ति , कान्ति , छटा ।

सेना — अनी , दल , चमू , कटक , फौज ।

सोना — हेम , हिरण्य , कंचन , स्वर्ण , कुन्दन ।

सूरज — भानु , सूर्य , दिनकर , आदित्य , रवि ।

समुद्र — सागर , सिन्धु , जलधि , जलनिधि ।

सिंह — हरि , शेर , केसरी , शार्दूल ।

स्वर्ग — धुलोक , बैकुण्ठ , सुरलोक , देवलोक ।

हाथ — हस्त , कर , पाणि ।

हिरण — कुरंग , सारंग , मृग ।

हाथी — दन्ती , कुंजर , हस्ती , गज , करी ।

हनुमान — पवनसुत , वज्रांगी , महावीर , बजरंगबली ।

स्त्री — नारी , कामिनी , कान्ता , रमणी , महिला ।

सुगन्धि — सौरभ , सुरभि , महक , खुशबू ।

सरस्वती — शारदा , भारती , गिरा , वाणी ।

सन्तान — सन्तति , अपत्य , प्रजा , प्रसूति , औलाद ।

सवेरा — सूर्योदय , अरुणोदय , प्रातः , भोर ।

साँप — नाग , फणि , सर्प , भुजंग , पन्नग , विषधर ।

संसार — विश्व , जगत , जग , दुनिया , भव ।

हंस — मराल , कलहंस , मानसौकस ।

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