शेयर बाज़ार

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भारतीय शेयर बाज़ार में उतार चढ़ाव क्यूँ और कैसे होता है?

❤👉Bombay Stock Exchange

👉बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) भारत और एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है. इसकी स्थापना 1875 में हुई थी. इसमें विभिन्न सेक्टर्स की कंपनियों के शेयरों की खरीदारी और बिक्री की जाती है.

👉शेयर का सीधा अर्थ होता होता है
“हिस्सा”शेयर बाजार में किसी कंपनी में हिस्से को शेयर कहा जाता है. इन शेयरों को विभिन्न लोगों द्वारा खरीदा और बेचा जाता है. इस मार्केट में भाग लेने वाले निवेशकों, शेयर दलालों और व्यापारियों को व्यापार का संचालन करने के लिए शेयर बाजार और सेबी के साथ स्वयं को पंजीकृत करना पड़ता है. शेयर बाजार को सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) के नियमों के अनुसार चलना पड़ता है.

💟👉सेंसेक्स क्या होता है (What is the meaning of Sensex)?

👉सेंसेक्स नाम का शब्द अंग्रेजी के ‘Sensitive Index’ से लिया गया है Sens + Ex, इसे हिंदी में संवेदी सूचकांक भी कहा जाता है| जैसा कि इसके नाम से स्पष्ट होता है कि एक ऐसा सूचकांक जो कि बहुत ही ज्यादा संवेदनशील (Sensitive) हो, उसे ही ‘सेंसेक्स’ नाम से पुकारा जाता है| इसमें 30 बड़ी कम्पनियों के शेयर मूल्यों में होने वाले उतार चढ़ाव को दर्ज किया जाता हैl इसे संवेदी सूचकांक इसलिए कहना ठीक है क्योंकि यह बहुत ही छोटी मोटी घटनाओं के घटित होने पर भी ऊपर नीचे होने लगता है

👉उदाहरण: जैसे प्रधानमंत्री मोदी का किसी देश के साथ समझौता करना, अच्छे मानसून की वजह से अच्छी फसल का होना, देश में नयी सरकार का बनना, बाजार से सम्बंधित कोई नया कानून बनना इत्यादि

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💟👉सेंसेक्स किन कंपनियों से मिलकर बनता है ?

👉सेंसेक्स (Sensitive Index), मुम्बई स्टाक एक्सचेंज का संवेदी सूचकांक है जिसे संक्षेप में बीएसई 30 (BSE-30) या बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) भी कहा जाता है l BSE सेंसेक्स 30 सर्वोच्च कंपनियों के शेयरों पर आधारित है। यहाँ पर यह जानना जरूरी है कि यह 30 शेयरों की सूची समय समय पर बदलती रहती है तथा मुम्बई शेयर बाजार जरूरत के अनुसार इस सूची में बदलाव करता रहता है मगर सूचकांक में कुल शेयरों की संख्या 30 ही रहती है।

👉BSE में से सबसे बड़े और सबसे सक्रिय रूप से कारोबार करने वाले शेयरों में से ऐसी 31 कंपनियों को लिया जाता है जो कि भारतीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करती हैं.

▪️बाजार पूंजीकरण (Market Capitalization) क्या होता है?

👉इसे Market Cap या बाजार पूँजी भी कह सकते हैंl इसे कंपनी द्वारा कुल जारी शेयरों की संख्या को प्रति शेयर बाजार भाव से गुना करके प्राप्त किया जा सकता है

👉यदि एक कंपनी ने 10 रुपये कीमत के 10,00,00 शेयर जारी किये हैं तो कंपनी की कुल पूँजी हुई दस लाख रुपयेl अब यदि इस कंपनी के 1 शेयर की बाजार में कीमत 50 रुपये है तो कंपनी की Market Cap या बाजार पूँजी 50 लाख होगीl

कौन से शेयर बेचे जाते हैं?

👉किसी भी कंपनी के बाजार पूंजीकरण (Market Capitalization) का वह हिस्सा जो बिकने के लिए बाजार में उपलब्ध हो सकता है वह फ्री फ्लोट बाजार पूँजी होगी और उसी के आधार पर सेंसेक्स की गणना की जाती हैआम तौर पर प्रमोटरों का हिस्सा अथवा सरकार का हिस्सा पूँजी में से निकाल दें तो बाकी बची पूँजी बाजार में बिकने के लिए उपलब्ध हो कर सकती है

👉अब हम सामान्य लोगों की समझ के लिए उन कारणों को जानने का प्रयास करते हैं जिनकी वजह से शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव आज मत पूछो यारो दर्द कभी भी, कहीं भी कैसे भी निकल आता है दिल से

👉वैसे तो सामान्य भाषा में यह कहना ही ठीक होगा कि जब किसी कंपनी के शेयरों की मांग बढ़ जाती है तो उसके शायरों का मूल्य भी बढ़ जाता है लेकिन यहाँ पर हम आपको उन कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके माध्यम से इस बाजार में उतार-चढ़ाव आता है

👉उदाहरण के तौर पर यदि हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी अमेरिका की विदेश यात्रा पर जाते हैं तो अमेरिका में रहने वाले विदेशी निवेशक इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि मोदी जी वहां के राष्ट्रपति के साथ कई समझौते कर सकते हैं जिससे कि इन दोनों देशों के बीच सम्बन्ध और भी मधुर होने वाले हैं इसी उम्मीद में अमेरिका के निवेशक भारत में बड़ी मात्रा में पैसा लगा सकते हैं

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शेयर मार्किट में पैसे कैसे लगाये?

शेयर मार्किट में share खरीदने के लिए आपको एक Demat account बनाना होता हैं. इसके भी दो तरीके हैं, पहला तरीका तो आप एक broker यानि की दलाल के पास जाकर एक Demat account खोल सकते हैं.

Demat account में हमारे share के पैसे रखे जाते हैं जिस तरह की हम किसी bank के खाते में अपना पैसा रखते हैं ठीक उसी तरह. अगर आप share market में निवेश कर रहे हैं तो आपका demat account होना बहुत ही जरुरी है.

क्यूंकि कंपनी को मुनाफा होने के बाद आपको जितने पैसे मिलेंगे वो सारे पैसे आपके demat account में जायेंगे ना की आपके bank account में और demat account आपके savings account के साथ लिंक हो कर रहता है अगर आप चाहे तो उस demat account से अपने bank account में बाद में धन राशी t

शेयर बाज़ार में शेयर कब खरीदें?

आपको थोडा बहुत idea मिल गया होगा के शेयर मार्केट क्या है. चलिए जान लेते है How to invest in share market in Hindi? Stock Market में share खरीदने से पहले आप इस लाइन में पहले experience gain कर लें की यहाँ कैसे और कब invest करना चाहिये. और कैसी कंपनी में आप अपने पैसे लगायेंगे तब जा कर आपको मुनाफा होगा.

इन सब चीजों का पता लगायें ज्ञान बटोरे उसके बाद ही जा कर share market में निवेश करें. Share market में कौन सी कंपनी का share बढ़ा या गिरा इसका पता लगाने के लिए आप economic times जैसे ne

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ये जगह बहुत ही risk से भरी हुयी होती है इसलिए यहाँ तभी निवेश करना चाहिये जब आपकी आर्थिक स्तिथि ठीक हो ताकी जब आपको घाटा हो तो आपको उस घाटे से ज्यादा फर्क ना पड़े. या तो फिर आप ऐसा भी कर सकते हैं की शुरुआत में आप Share Market in Hindi में थोड़े से पैसे से निवेश करें ताकि आगे जाकर आपको ज्यादा झटका ना लगे. जैसे जैसे आपका इस field में knowledge और experience बढेगा वैसे वैसे आप धीरे धीरे अपने निवेश को बढ़ा सकते हैं.

Share market में निवेश करने से पहले आप इस market के बारे में अधिक जानकारी जरुर लें वरना इस market में धोके भी बहुत मिलते हैं. कई बार ऐसा होता है कुछ कंपनी fraud होती हैं और अगर आप उस कंपनी के shares को खरीद कर अपने पैसे लगाते हैं तो ऐसे कंपनी सबके पैसे ले कर भाग जाते हैं.

और फिर आपके लगाये हुए सारे पैसे डूब जाते हैं. इसलिए किसी भी कंपनी के shares को खरीदने से पहले उसके background के details को अच्छे से जरुर check कर लें.

शेयर मार्किट में पैसे कैसे लगाये?

शेयर मार्किट में share खरीदने के लिए आपको एक Demat account बनाना होता हैं. इसके भी दो तरीके हैं, पहला तरीका तो आप एक broker यानि की दलाल के पास जाकर एक Demat account खोल सकते हैं.

Demat account में हमारे share के पैसे रखे जाते हैं जिस तरह की हम किसी bank के खाते में अपना पैसा रखते हैं ठीक उसी तरह. अगर आप share market में निवेश कर रहे हैं तो आपका demat account होना बहुत ही जरुरी है.

क्यूंकि कंपनी को मुनाफा होने के बाद आपको जितने पैसे मिलेंगे वो सारे पैसे आपके demat account में जायेंगे ना की आपके bank account में और demat account आपके savings account के साथ लिंक हो कर रहता है अगर आप चाहे तो उस demat account से अपने bank account में बाद में धन राशी transfer कर सकते हैं.

Demat account बनाने के लिए आपका किसी भी bank में एक savings account होना बहुत जरुरी है और proof के लिए pan card की copy और address proof चाहिये होती है.

दूसरा तरीका है की आप किसी भी bank में जाकर अपना demat account खुलवा सकते हैं.

लेकिन आप अगर एक broker के पास से अपना account खुलवायेंगे तो आपको उससे ज्यादा फायदा होगा. क्यूंकि एक तो आपको अच्छा support मिलेगा और दूसरा आपके निवेश के हिसाब से ही वो आपको अच्छी कंपनी suggest करते हैं जहाँ आप अपने पैसे लगा सकते हैं. ऐसा करने के लिए वो पैसे भी लेते हैं.

India में दो main stock exchange हैं वो है Bombay stock exchange (BSE) और National stock exchange (NSE), यहाँ ही share ख़रीदे और बेचे जाते हैं. ये जो brokers होते हैं वो stock exchange के सदस्य होते हैं हम सिर्फ उनके जरिये ही stock exchange में ट्रेडिंग कर सकते हैं. हम सीधे stock market में जा कर कोई भी share खरीद या बेच नहीं सकते.

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Support Level क्या होता है?

Support, या support level, उस price level को refer करता है जिसके नीचे asset की price का गिरना सबसे कम होता है उस समय में.

किसी भी asset का support level create किया जाता है buyers (खरीदार) के द्वारा जो की market में enter कर रहे होते हैं जब भी asset एक lower price में चला जाता है.

Support level कैसे बनाया जाता है?

Technical analysis की बात करें तब, सबसे simple support level को chart करने के लिए एक line draw किया जाता है asset के सभी lowest lows को ध्यान में रखकर उस time period के दौरान.

ये support line या तो flat होती है या फिर slanted up या down भी हो सकती है overall price trend के हिसाब से. वहीँ दुसरे technical indicators और charting techniques का इस्तमाल भी किया जाता है ज्यादा advanced versions के Support Level को identify करने के लिए.

Resistance Level क्या होता है?

Resistance या resistance level, एक ऐसा price point होता है जहाँ की asset की price rise में रुकावट दिखाई पड़ती है क्यूंकि एकदम से बहुत सारे sellers अपने asset को उ

सी price में बेचना चाहते हैं.

Price Action पर निर्भर करता है की, resistance की line, flat हो या slanted हो. वहीँ ऐसे बहुत से advanced techniques हैं resistance incorporating bands, trendlines और moving averages को identify करने के लिए.

Support Level और Resistance Level में क्या अंतर होता है?

Support और Resistance किसी स्टॉक (stock) के chart में, दो अलग अलग प्राइस पॉइंट्स (Price Points) होते है. जिनके विषय में जानना बहुत ही जरुरी होता है.

Support level Calculation

चलिए अब Support Price के बारे में जानते हैं. Support Price चार्ट का वो price point होता है, जहाँ से आगे Seller के मुकाबले Buyers की संख्या ज्यादा होने की सम्भावना होती है, और इसलिए स्टॉक का भाव (Stock Price) Support price point से ऊपर की तरफ चढ़ने की संभावना होती है.

वहीँ दूसरी तरफ, Resistance Price चार्ट का वो price point होता है, जहा से आगे Buyers के मुकाबले Seller की संख्या ज्यादा होने की सम्भावना होती है, और इसलिए स्टॉक का भाव (Stock Price) Resistance price point से नीचे की तरफ गिरने की संभावना होती है.

जब भी price action इन दोनों level जो की हैं support या resistance level में से किसी एक को भी breach करता है, तब इस situation को एक trading opportunity consider किया जाता है.

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Share market down क्यूँ होता है 

 

अभी के समय में शेयर मार्किट डाउन होने के बहुत से कारण हैं. चलिए उन विषयों में जानते हैं.

1. जैसे की आपको शायद पता हो की किसी एक बड़े धरण के विपदा के कारण Share Market Down हो जाता है. वहीँ इस समय में coronavirus विपदा के कारण consumer behavior में बड़ा बदलाव देखा जाता है, वहीँ इससे businesses को काफ़ी नुक्सान पहुंचता है, जिससे की short-term earnings के लिए अपने stocks को बेच देते हैं. वहीँ शेयर मार्किट में उतार चढ़ाव देखने को मिलता है.

2. इस Coronavirus Crisis का कोई भी सही solution अभी तक भी मेह्जुद नहीं है, जिससे की ये investor sentiment को भय पैदा करता है. वहीँ इससे Shares में भारी मात्रा में गिरावट देखने को मिलती है.

3. वहीँ जब foreign institutional investors, mainly ETFs के द्वारा जब selling की जाती है इस global risk aversion के दौरान. इससे Share Market में काफी गिरावट देखने को मिलती है. उन्होंने लगभग Rs 25,000 crore की Stocks को बेच दिया है भय के कारण इस March में.

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शेयर मार्केट का गणित

यदि आप भी मेरे तरह काफी वक़्त से active हो stock markets (equity और F&O दोनों में) तब ऐसे में आपको Share Market के Secrets के विषय में जरुर पता होगी. यदि नहीं तब मैं आपको कुछ ऐसे ही Secrets के विषय में बताऊंगा जो की आपको जरुर पसदं आएगी और साथ में इससे बहुत कुछ सीखने को भी मिलेगी.

चलिए उन Secrets के विषय में जानते हैं जिन्हें मैंने इतने वर्षों में सीखा हुआ है :

1. Stock market जितना ऊपर से आसान प्रतीत होता है उतना असल में है नहीं. इसमें insider trading होता है. Market को हमेशा आपसे ज्यादा पता होता है. इसलिए प्रत्येक खरीदार के लिए एक बिक्रेता जरुर होता है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं की आप इसमें पैसे बना नहीं सकते हैं, बस बात थोडा कठिन होता है.

2. ऐसी कोई एक ‘ultimate’ strategy/indicator मेह्जुद नहीं होती है. आपको invest करना होता है एक value strategy (buying cheap quality stocks) के हिसाब से या एक momentum strategy (buying growth stocks) के हिसाब से या कोई दूसरी चीज़.

आप चाहे एक technical trader हो या एक fundamental investor हो आपके पास खुदकी एक strategy होनी चाहिए जिसका इस्तमाल कर आप अच्छा profit कमा सकें.

3. सही तरीके से Trade या invest करना बिलकुल भी आसान नहीं है, यदि आपको trading करने में मज़ा आ रहा है इसका मतलब की आप जरुर कुछ गलत कर रहे हैं.

4. आपको हमेशा ज्यादा से ज्यादा पढना चाहिए. वहीँ दूसरों की बातें कम सुननी चाहिए.

5. करीब 90% से भी ज्यादा traders को असल में Trading आती ही नहीं वो बस दूसरों को follow कर पैसे कमाना चाहते हैं.

6. Trading/investing एक बहुत ही अकेलेपन वाली सफ़र है. आप भले ही शुरवात में लोगों को copy कर पैसे बना सकते हैं लेकिन बाद में आपको खुदकी strategy बनानी होगी अन्यथा आपको इसमें आगे चलकर नुकशान उठानी पड़ सकती है.

7. Stock investing करने के पहले आपको Stocks की Fundamental analysis करनी आनी चाहिए.

8. Investors को पहले ये सीखना चाहिए की वो कैसे पढ़ सकें companies की annual reports, वहीँ उन्हें financial terms को समझना भी पड़ेगा.

9. Stocks में Investing हमेशा long term करने के लिए किया जाता है.

10. किसी भी Stocks में invest करने से पहले आपको खुद उस Stocks से सम्बंधित जानकारी प्राप्त करनी होगी वहीँ खुदको Update भी करना होगा उस विषय में.

11. खरीदने के तरह ही Stocks को बिक्री करना वो भी सही समय में ये बहुत ही महत्वपूर्ण होता है.

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शेयर मार्केट कैसे सीखे

सभी को जल्दी अमीर बनने का का बहुत ही ज्यादा शौक होता है. इसलिए शायद वो सभी ऐसे ही quick और easy तरीकों के तलाश में रहते हैं जो की उन्हें कम समय में अमीर बना दें और साथ में उनके जीवन में ढेर सारी खुशियाँ लायें.

ऐसे में सभी को Share Market ऐसा ही एक technique लगता है जहाँ से की वो कम समय में करोड़ों रूपए कमा सकते हैं. इसलिए वो अक्सर ऐसे Share Market Tips in hindi की तलाश में रहते हैं जो की जल्दी से इस्तमाल कर अमीर बन सकें. तो चलिए ऐसे ही कुछ share market tips के विषय में जानते हैं जिन्हें की सभी beginning investors को निश्चित रूप से जानना चाहिए.

1. सबसे पहले सीखें तभी आगे बढ़ें

कोई भी चीज़ हो उसमें अपना हाथ आजमाने से पहले आपको उसे पहले सही तरीके से जानना होता है. इसके लिए आपको पढाई करनी होती है.

ऐसे में Share Market को भी पहले आप सीखना होता है तभी आप उसमें अपना पैसा invest करें. बिना Share Market का ज्ञान प्राप्त किये आपको आगे नहीं बढ़ना चाहिए.

2 . अपना reseach खुद करें

Research का नाम सुनते ही बहुत से लोग इससे दूर भागते हैं. लेकिन share market के सन्दर्भ में ऐसा बिलकुल भी नहीं करना चाहिए. क्यूंकि ये research ही है जो की आपको शेयर मार्किट में सफल बना सकता है.

वहीँ आपको बहुत से TV channels में कई market experts मिल जायेंगे जो की आपको शेयर्स की knowledge दे रहे होते हैं. वैसे हो सकता है की उनकी कुछ बातें सही भी हों लेकिन यदि वो इतने ही आसानी से अगर shares की कीमतों को predict कर पाते तो अपने घर बैठे ही पैसे कमा रहे होते.

आप समझ गए में किस ओर इशारा कर रहा हूँ. बस इसलिए मेरी सलाह है की आपको अपना research खुद से करना चाहिए.

3. Long-Term Goals set करें

ये बात अच्छी तरीके से समझ लें की वो चाहे कोई भी investment क्यूँ न हो सभी inv

estment long terms में ही बढ़िया result प्रदान करते हैं. ऐसे में आपको भी share market में यदि investment करना है तब उसे long term मानकर ही करें तभी आपको इसमें profit हो सकती है.

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4. अपने Risk Tolerance को समझें

यहाँ Risk Tolerance कहने का मतलब है की सभी की अपनी एक risk लेने की सीमा होती है. जिसके तक ही उन्हें फर्क नहीं पड़ता की उनका loss हो या profit.

ऐसे में चूँकि share market थोडा risky होता है इसलिए इसमें उतना ही invest करें जितनी की risk आप उठा सकें. क्यूंकि यदि आप ज्यादा invest करते हैं तब अगर आपकी loss हो जाती है तब आपको कंगाल होने से कोई नहीं रोक सकता है. इसके अपने risk tolerance के हिसाब से अपनी portfolio तैयार करें.

5. Research और Planning करें

किसी भी field से आप क्यूँ न हो सभी में अच्छी research और planning की काफी ज्यादा महत्व होती है.
क्यूंकि long term के success में यही research और planning ही आपकी सबसे ज्यादा काम आती है. वहीँ shares के selection करने के दौरान उन्हें अच्छे तरीके से research करें. जिससे आपको बाद में पछताना न पड़े.

6. अपने Emotions को control करें

Share Market में ऐसा बहुत बार होता है की आप अपना emotion खो बैठते हैं जिसके चलते हैं आपको काफी नुकशान भी पहुँच सकता है.

इन सभी चीज़ों से दूर रहने के लिए आपको अपने emotion को control करना सीखना होगा कहीं तभी जाकर आप एक अच्छे investor बन सकते हैं. इससे आपको मुनाफा या नुख्सान दोनों में से कोई एक हो सकता है.

7. Basics को First clear करें

सभी subjects के तरह ही Share Market के भी कुछ basics होते हैं, जिन्हें की सभी investors को जरुर से समझना चाहिए. इसलिए share maket में अपना पैसा invest करने से पहले आपको इसके सभी basics से पूरी तरह से well versed होना चाहिए.

ऐसा करने पर ही आप अपने investment में सफल बन सकते हैं.

8. Diversify करें अपने Investments को

आपको भी दुसरे सफल investors के तरह ही अपने investments को diversify करने की आवश्कता होती है.
वो कहते हैं न की आपको अपने सभी अंडे एक पात्र में नहीं रखने चाहिए क्यूंकि अगर कुछ accident हो जाता है तब ऐसे में आपको अपने सभी अंडे से हाथ धोना पड़ सकता है.

समान Investment में भी ये rule लागु होती है. आपको अपने सभी पैसे एक ही share में invest नहीं करनी चाहिए. बल्कि अपने portfolio में अलग अलग category के shares को रखना चाहिए जिससे आपके investment का risk diversify हो जाता है.

वहीँ ऐसे में आप अपने risk को कम भी कर सकते हैं.

9. अच्छी Companies के Shares पर अपना Investments करें

किसी के बहकावे में कभी मत आईये. आपको हमेशा उन companies के shares में investment करनी चाहिए जिसे आप अच्छी तरह से समझते हैं और उनके products का इस्तमाल करते हों.

ये थी कुछ ऐसे ही Share Market Tips in Hindi– शेयर बाजार टिप्स (Share Bazar Tips) जो की आपको आगे की share market के सफ़र में काफी मददगार होने वाली है.

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शेयर मार्किट कब बढ़ता है और कब घटता है ?

शेयर मार्किट के बढ़ने और घटने के पीछे जो मुख्य कारण हो वो होता है Demand और Supply की.

Demand और Supply
आपको Market में दो प्रकार के लोग देखने को मिलेंगे, लेकिन इन दोनों के मत अलग अलग होते हैं.
कुछ लोग सोचते हैं की market बढेगा और वहीँ कुछ लोग सोचते हैं की Market घटेगा. इसे समझने के लिए दो चीज़ों को समझना बहुत ही आवश्यक होता है.

1. अगर demand बढ़ जाता है या exceed करता है supply को तब ऐसे में price या कीमत में बढ़ोतरी होती है.

2. वहीँ अगर Supply बढ़ जाता है Demand से तब ऐसे में price या कीमत में घटोतरी नज़र आती है.

चलिए एक उदाहरण से इसे बेहतर तरीके से समझते हैं.

मान लीजिये की SBI ने अपनी financial results की घोषणा की और उनकी net profit margin करीब 100% बढ़ जाती है. ये performance असल में काफी अच्छी है उम्मीद से.

वहीँ, आप और हम जैसे लोगों को ये मालूम पड़ता है की SBI के shares काफी अच्छा perform कर रहे हैं, वहीं अगर आप SBI में invest करते हैं तब आपको अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे.

चलिए मान लें की SBI Stock price अभी है Rs.250. अब आप अब bid करेंगे 100 shares पर वो भी Rs.250 में लेकिन अब कोई भी आपको ये share बेचना नहीं चाहता है क्यूंकि सभी को लगता है की आगे चलकर SBI stock price और ज्यादा बढ़ने वाली है.

ऐसे में आप SBI Share को खरीदने के लिए उसकी खरीदारी कीमत को बढ़ा देते हैं वो भी Rs.255 तब भी कोई ready नहीं होते हैं इसे बेचने के लिए, ऐसे में demand ज्यादा है supply से इसलिए इसकी कीमत बढ़कर अब Rs.260 हो गयी. आप इस कीमत में भी खरीदना चाहते हैं और अब कोई आपको बेचना चाहता है Rs.260 की कीमत में. आपको इसमें नज़र आएगी की जहाँ पहले stock price केवल Rs.250 थी वो अब बढ़कर 260 में पहुँच गयी है.

ठीक ऐसे ही जब सभी को लगता है की company ठीक से perform नहीं कर रही है तब अपने आप ही stock price घट जाती है, जिसमें की ज्यादा shareholder अपने shares को बेचना चाहते हैं वहीँ कोई उसे खरीदना नहीं चाहते हैं जिससे share price में गिरावट देखने को मिलती है.

आप असल में pessimists (निराशावादी) से खरीदते हैं और optimists (आशावादी) को बेचते हैं.

वहीँ ठीक ऐसे ही या यही कारण है की stock price fluctuate होती है.

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