• मुसीबत – समस्या, संकट, परेशानी
• तूती बोलना – बातों का प्रभाव होना या पड़ना
• जलते थे – ईर्ष्या रखते थे
• तरीके – उपाय
• अभिमान – घमण्ड
• छक्के छूटना – दिमाग काम न करना, उपाय न सूझना
• कलई खुलना – भेद खुलना
• अनुरोध – विनती, आग्रह, निवेदन,
• नाक-भौंह सिकोड़ना – गुस्सा होना या घृणा करना
• आबादी – जनसंख्या |
प्रश्न-1 ख्वाजा सरा के तीनों सवालों का क्या कोई और जवाब हो सकता है ? अपने मन से सोचकर लिखो |
उत्तर– ख्वाजा सरा के तीनों सवालों का कोई प्रामाणिक उत्तर नहीं हो सकता इसलिए बीरबल ने जो उत्तर दिए वे एकदम सटीक थे।
प्रश्न-2 अगर तुम ख्वाजा सरा की जगह पर होते तो बीरबल को हराने के लिए कौन-से सवाल पूछते ?
उत्तर-( नोट :- इसका जवाब व्यक्तिगत रूप से पृथक-पृथक हो सकता है |)
प्रश्न-3 ख्वाजा सरा का बस चलता तो वे बीरबल को हिंदुस्तान से निकाल देते | अगर तुम्हारा बस चले तो तुम कौन-कौन सी इच्छाएँ पूरी करना चाहोगे ?
उत्तर-( नोट :- इसका जवाब व्यक्तिगत रूप से पृथक-पृथक हो सकता है |)
प्रश्न-4 नीचे लिखे “चल” शब्द से वाक्य बनाओ |
(चल, चल-चल, चला, चलें, चलना, चलती, चलो)
उत्तर- वाक्य निम्नलिखित हैं –
• चल – बिना चप्पल का मत चल |
• चल-चल – ओह ! पैदल चल-चल कर पैरों में छाला पड़ गया है |
• चला – मैं तो अब खेलने चला |
• चलें – तुम बताओ कहाँ चलें ?
• चलना – कल तुम्हें मेरे साथ चलना है |
• चलती – जब ट्रेन चलती है, तब ठंडी हवा का एहसास होता है |
• चलो – चलो बाहर जाकर देखें, सर्कस वाला आया है |
प्रश्न-5 नीचे लिखे मुहावरों का इस्तेमाल तुम कब-कब कर सकते हो ? आपस में चर्चा करो | अब इनका वाक्यों में इस्तेमाल करो |
• नाक-भौंह सिकोड़ना
• कलई खुलना
उत्तर – इन मुहावरों का इस्तेमाल निम्नलिखित प्रकार से हो सकता है —
• नाक-भौंह सिकोड़ना – वह मुझे देखते ही नाक- भौंह सिकोड़ने लगता है |
• कलई खुलना – आज घर में सबके सामने उसकी कलई खुल गई |
प्रश्न-6 किसकी बुद्धि के आगे बड़े-बड़ों की भी कुछ नहीं चल पाती थी ?
उत्तर- बादशाह अकबर के मंत्री बीरबल की बुद्धि के आगे बड़े-बड़ों की भी कुछ नहीं चल पाती थी |
प्रश्न-7 कौन बीरबल को मूर्ख साबित करना चाहता था ?
उत्तर-बादशाह अकबर के दरबारी ख्वाजा सरा बीरबल को मूर्ख साबित करना चाहता था |
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